यह भी पढ़ें- वेंटीलेटर पर है कछार के अस्पताल, नहीं हो रहा इलाज सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेन्सियों को जब इसकी खबर लगी तो हड़कम्प मच गया। सभी सुरक्षा एजेन्सिया यह पता लगाने में जुट गई कि आखिर चीनी नागरिक भारतीय सीमा पर आए कैसे और सीमाई क्षेत्र का वीडियो क्यों बनाया, क्या यह चीन की काई नई साजिश का हिस्सा तो नहीं? सीमा की रखवाली में तैनात एसएसबी के जवानों ने चीनी नागरिकों को रोककर उनसे पूछताछ की और तलाशी के दौरान किसी भी प्रकार की संदिग्ध वस्तु नहीं मिलने पर उन्हें नेपाल वापस भेज दिया।
यह भी पढ़ें- नहीं मिला पांच माह से मानदेय, कर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर किया प्रदर्शन सीमा के किनारे बसे लोगों की माने तो वह भारत आना चाह रहे थे लेकिन एसएसबी जवानों ने सख्ती की तो वह वापस चले गए। अन्य सुरक्षा एजेन्सियों को इसके बारे में बाद में जानकारी हुई तो सभी उसके मायने तलाश करने लगे। लेकिन चीनी नागरिकों के भारत में आने के कारणों की जानकारी नहीं हो सकी। यह भी नहीं पता चल सका नागरिक भटक कर आए थे या फिर उन्हें क्षेत्र की जानकारी थी या जानकारी जुटाने आए थे। भारत व चीन रिश्ते की तत्कालीन स्थिति के मद्देनजर खुफिया एजेंसियां किसी भी तरह का खतरा नहीं उठाना चाहती हैं।