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एक गांव ऐसा भी जहां गर्मियों में नहीं बल्कि बारिश के मौसम में गहराता है जलसंकट

बारिश का मौसम ही गांव में गहरा जाता है पीने के पानी का संकट, 1 किमी. दूर से लाना पड़ता है पानी..

सीधीJun 21, 2022 / 09:06 pm

Shailendra Sharma

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सीधी. आपने गर्मी के मौसम में जलसंकट गहराने के बारे में तो कई बार सुना होगा। कई ऐसे गांव भी देखें होंगे जहां गर्मी आते ही पेयजल और पानी की दिक्कत हो जाती है। लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी गांव में बारिश के मौसम में जलसंकट हो..हैरानी इस बात को और जानकर होगी कि गर्मी के मौसम में इस गांव में भरपूर पानी रहता है लेकिन बारिश आते ही लोगों को पीने के पानी के लिए मशक्कत करनी पड़ती है। ये गांव है कि मध्यप्रदेश के सीधी जिले का जोड़ौरी।

 

एक गांव ऐसी भी जहां गर्मी नहीं बारिश में होता है जलसंकट
सीधी जिले की जनपद पंचायत मझौली अंतर्गत ग्राम पंचायत जोड़ौरी के राजस्व ग्राम पोड़ी में कुछ ऐसी ही समस्या से ग्रामीणों को जूझना पड़ रहा है। दरअसल इस गांव में सौर ऊर्जा से चलित नल जल योजना स्थापित की गई है। गर्मी के मौसम में तेज धूप खिलने से सौर ऊर्जा से चलित इस योजना से तो ग्रामीणों को भरपूर पानी मिलता है, लेकिन बारिश का मौसम आते ही आसमान में बादल के कारण नल जल योजना संचालित नहीं हो पाती, लिहाजा ग्रामीणों के समक्ष पेयजल की समस्या उत्पन्न हो जाती है। जब इस योजना के माध्यम से ग्रामीणों को पानी नहीं मिलता तो करीब एक किमी दूर पानी के लिए जाना पड़ता है।

 

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बिजली कनेक्शन से हो सकता है निदान
ग्रामीणों ने बातचीत के दौरान कहा कि पंप में सोलर पैनल की जगह बिजली का कनेक्शन हो जाए तो बारिश के मौसम में पानी की समस्या से निजात मिल सकती है। इसी तरह गांव में यदि एक हैंडपंप लग जाए तो ग्रामीणों को पानी की समस्या से छुटकारा मिल सकता है, लेकिन क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों द्वारा आज तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया, जबकि गांव में बिजली की सप्लाई भी है।

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