मंत्री और पूर्व मंत्री की नहीं चली तो पार्टी को दिखा दिया आईना
गुरुवार को विधायक राजेन्द्र पारीक ने पार्षदों की बैठक के बाद सुबह जीवण खां के नाम पर मुहर लगाई। जिसके बाद जीवण खां ने सभापति पद के लिए अपना नामांकन भी दाखिल किया। बतादें कि सभापति चुनाव में बगावत से डरी कांग्रेस ने मतदान के बाद से ही अपने प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी कर दी थी। वहीं भाजपा ने भी अशोक चौधरी के नाम मुहर लगाकर नामांकन दाखिल करवाया। अशोक चौधरी पिछले कार्यकाल में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में रह चुके हैं। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष विष्णु चेतानी ने चौधरी की जीत का विश्वास भी जताया।
इस डर के कारण जीत के बाद शपथ नहीं ले पाए कांग्रेस के पार्षद, इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा
एक मिनट की देरी से छूटा सभापति का पद
सीकर में एक मिनट की देरी आज एक पार्षद पर भारी पड़ गई। वह सभापति के नामांकन से चूक गई। यह पार्षद वार्ड 10 की निर्दलीय उम्मीदवार समूना बानो थी। जो नामांकन के अंतिम दिन 3 बजकर 1 मिनट पर एसडीएम के पास पहुंची। जहां एसडीएम ने तीन बजे तक ही नामांकन का समय होने की बात कहते हुए उसे नामांकन दाखिले से इन्कार कर दिया। काफी मिन्नतों के बाद भी एसडीएम गरीमा लाटा नहीं मानी। इस पर समूना को वापस लौटना पड़ा।