सीकर एक्सीडेंट : सरदारशहर-रतनगढ़ के लोगों पर बरसा कहर, 3 शवों की अभी भी शिनाख्त नहीं
जिस रोडवेज बस को लोक परिवहन ओवरटेक कर रही थी उसमें सीकर कलक्टर नरेश कुमार ठकराल के भाई महेश ठकराल भी सवार थे। महेश बीकानेर में अपनी बहन के पास जाकर आ रहे थे और सीकर में भाई के पास ही आ रहे थे। हादसे के बाद पत्रिका से बातचीत में उन्होंने बताया कि उनकी बस जहां से भिड़ी वे उस तरफ ही बैठे थे। एकबार तो कुछ समझ ही नहीं पाए कि आखिर हुआ क्या है। बाहर निकलकर देखा तो लोकपरिवहन से लोगों के चिथड़े लटक रहे थे। उन्होंने आजतक ऐसा हादसा नहीं देखा। हादसे बाद उन्होंने अपने कलक्टर भाई को सूचना दी।
आवरटेक के वक्त सामने से ट्रोला आते देख लोकपरिवहन ने चालक ने बस को फिर से रोडवेज की तरफ दबा दिया था। र हालांकि रोडवेज की बस भी थोड़ी क्षतिग्रस्त हुई लेकिन किसी भी यात्री को चोट नहीं आई। रोडवेज बस साइड में उतरने के कारण लोकपरिवहन भी एक साइड से ही ट्रोले से भिड़ी अन्यथा आमने सामने भिड़ंत में और भी लोग काल का ग्रास बन सकते थे।