हमारा सबसे बड़ा धार्मिक त्यौहार
श्रीनगर के मंदारबाग निवासी मोती लाल धर ने इस मौके पर कहा कि “यह हमारे लिए एक बहुत बड़ा धार्मिक अवसर है और देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले परिवार को घाटी में वापस आना चाहिए। अपने पुराने समय को याद करते हुए, मोती लाल धर ने कहा कि कश्मीर में पंडित और मुसलमान एक साथ आते थे और एक-दूसरे को बधाई देते थे अब भी मुसलमान हमारे पास आते हैं और हमारा अभिवादन करते हैं। कश्मीर सांप्रदायिक भाईचारे का एक शानदार उदाहरण है। इसलिए विस्थापित पंडित अपने घरों में वापस आएं और पहले की तरह इस त्योहार को मनाएं।
पंडितों की वापसी हो
कुलगाम के प्रीतम कौल ने यह भी कहा कि सरकार को इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने के बजाय कश्मीर में पंडितों को वापस लाना सुनिश्चित करना चाहिए। घाटी में पंडितों को वापस लाने का मुद्दा लंबे से चला आ रहा है। यही समय है कि हमें इस पर ध्यान देना चाहिए।