सिर्फ आदेश और पाबंद
जिले में संचालित 101 प्रसव कक्षों में व्यापक सुधार और गुणवत्तापूर्ण सुविधा के लिए सीएमएचओ डॉ.नरेश बंसल ने अहम कदम उठाने के लिए कहा था। बीसीएमओ सहित स्वास्थ्य विभाग के चारों जिला अधिकारियों को सघनता से निरीक्षण के लिए पाबंद किया था। निरीक्षण की तथ्यात्मक रिपोर्ट देने और खामियां मिलने पर कार्रवाई की बात भी कही गई थी।
जिले में संचालित 101 प्रसव कक्षों में व्यापक सुधार और गुणवत्तापूर्ण सुविधा के लिए सीएमएचओ डॉ.नरेश बंसल ने अहम कदम उठाने के लिए कहा था। बीसीएमओ सहित स्वास्थ्य विभाग के चारों जिला अधिकारियों को सघनता से निरीक्षण के लिए पाबंद किया था। निरीक्षण की तथ्यात्मक रिपोर्ट देने और खामियां मिलने पर कार्रवाई की बात भी कही गई थी।
————- फरमान यह भी प्रसव कक्ष में उपहार या नकद लेन-देन आदि की शिकायत मिली तो कार्रवाई होगी। प्रसव कक्ष में क्या करें, क्या नहीं करें आदि पर निर्धारित प्रारूप के तहत निरीक्षण अधिकारी रिपोर्ट सीएमएचओ को सौंपेंगे। आगामी सात दिन में सभी प्रसव कक्षों का निरीक्षण कर तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
———- ऊपर से मिले ये निर्देश सीएमएचओ डॉ.बंसल ने बताया कि इस संबंध में राज्यस्तर से निर्देश मिले हैं। इनके मुताबिक प्रसव केंद्रों पर उपयोग में ली जा रही टेबल टूटी या जंग नहीं लगी हो। नवजात शिशु के लिए क्रियाशील रेडियंट वार्मर, ऑक्सीटोसिन जैसे इंजेक्शन और दवा की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
———– नहीं होती आदेशों की पालना प्रसव कक्ष में एवं उसके बाहर नजदीकी एफआरयू संस्था का नाम, चिकित्सा प्रभारी का नाम व एम्बुंलेंस ड्राइवर का नाम व नंबर हो ताकि आपात स्थिति में उन्हें सूचित किया जा सके। इन सब आदेशों के बावजूद अधिकतर अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं व उनके परिजन को विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है।