लेकिन बढ़ता तापमान,रेगिस्तानी इलाकों में चल रही धूल भरी आंधियां भी जवानों के हौंसले को नही डगमगाती है।गर्मी के दिनों में विक्षोभ तथा चक्रवात के कारण धूल भरी आंधियां चलती है तो सीमा पर नजर रखना मुश्किल हो जाता है।इन्ही विपरीत परिस्थितों से निपटने के लिए भारत पाक सीमा पर सीमा सुरक्षा बल द्वारा सीमा चौकियों पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जाती है ताकि गर्मी तथा आंधियों का फायदा उठाकर सीमा पार से घुसपैठ तथा तस्करी का मानस बना रहे घुसपैठियों तथा आपराधिक प्रवर्ति के लोगों के मंसूबों को नाकाम किया जा सके। पिछले वर्ष ओप्रेशन अलर्ट गर्म हवा मई माह में चलाया गया था।
लेकिन परिस्थियों को देखते हुए इस बार इस ओप्रेशन को अप्रैल माह में ही शुरू कर दिया गया है।जवानों ने बताया कि गर्मी के दिनों में जब तेज आंधियां चलती है और कुछ दिखाई नही देता तो सीमा पर चौकसी और बढ़ा दी जाती है।उन्होंने बताया कि ऐसे मौसम में पैदल पेट्रोलिंग के साथ साथ सीमा पर पेट्रोलिंग को तेज करने के लिए ऊंट तथा जीपों का सहारा लिया जाता है।जवानों ने संवाददाता से बातचीत के दौरान बताया कि सर्दी गर्मी वर्षा कोई भी मौसम हो उन्हें हर मौसम में मुस्तैद रहने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है।
ऐसे विपरीत परिस्थियों में सीमा सुरक्षा बल के खुफिया सूत्र सक्रिय होकर सीमावर्ती गांवो पर नजर रखते है।जवानों को गर्मी से बचाव के लिए खाने के साथ लस्सी दी जाती है ताकि गर्मी से बचाव हो सके।तथा लू से बचाव के लिए निम्बू पानी दिया जाता है।इसके अलावा जवान धूल भरी हवाओं से निपटने के लिए साफा तथा चश्मा का प्रयोग करते है।