ऐसे धमकाते हैं लोगो को
मैं एसपी ऑफिस से बोल रहा हूं, आपने शिकायत दर्ज कराई है। हमारी टीम आरोपी को गिरफ्तार करने जा रही है। आप कार्रवाई आगे बढ़ाना चाहते हो तो रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दो। पीड़ित जैसे ही रुपए ट्रांसफर करता है वैसे ही आरोपी को फोन कार्रवाई न करने के बदले रुपए वसूल कर लेते हैं। मजे की बात है कि आरोपी और शिकायतकर्ता दोनों को मदद करने के नाम पर ही ठगते हैं।
छत्तीसगढ़ में एफआइआर में नंबर लिखना बंद
साइबर ठगों की ओर से पुलिस पोर्टल से डाटा निकालने की घटना सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ में पोर्टल पर पीड़ित व आरोपी का मोबाइल नंबर अपलोड न करने का आदेश जारी किया है। साथ ही ऐसा कोई भी कॉल आने पर संबंधित थाने में सूचना देने को कहा गया है।
ठग बोला… यही काम सबसे अच्छा
पत्रिका ने पड़ताल कर ठगों के कुछ नंबर खंगाले, इसमें एक ठग के मोबाइल नंबर 9516422868 पर बात करते हुए सवाल किया कि कोई दूसरा काम क्यों नहीं करते? ठग का जवाब था- जब लोग खुद ही समझदार बनते हैं तो झांसे में क्यों आ जाते हैं। हमें तो यही काम सबसे अच्छा लगता है और पैसे भी खूब हैं।
इनका कहना है
ठग एफआइआर पोर्टल से नंबर निकाल रहे हैं। महिला अत्याचार, पॉक्सो व अन्य कुछ धाराओं की एफआइआर में मोबाइल नंबर नहीं लिखा जाता है, बाकी में मोबाइल नंबर व पहचान होती है। सायबर ठगों को गिरफ्तार किया जा रहा है लेकिन लोगों को भी सतर्क रहना जरूरी है।