डिंडौरी जिले में रविवार शाम को तेज आंधी चली। आंधी में कई पेड़ गिर गए। आंधी से पेड़ कारों और अन्य वाहनों के ऊपर भी गिरे। पेड़ गिरने से जबलपुर अमरकंटक मार्ग पर आवागमन थम गया। गाड़ासरई में मौसम का सबसे ज्यादा असर देखा गया, यहां तेज तूफान आया। शाम करीब पांच बजे मौसम बदला और तेज हवाएं चलने लगीं। आंधी तूफान के कारण साप्ताहिक बाजार में अफरातफरी मच गई।
यह भी पढ़ें : 4 हजार करोड़ के महल में रहतीं थीं राजमाता, जानिए कितनी दौलत छोड़ गई माधवी राजे सिंधिया डिंडौरी जिले के बजाग विकासखंड के गाड़ासरई में बीच सड़क पर पेड़ गिरे। नीलगिरी और बबूल के कई पेड़ तो जड़ से ही उखड़ गए। कई वाहनों के ऊपर पेड़ जा गिरे। बीच सड़क पर पेड़ गिरने से रास्ता जाम हो गया। हाइवे बंद हो गया। बिजली के खंभे के तार भी टूट गए। तेज आंधी तूफान के चलते साप्ताहिक बाजार में भी अफरातफरी मच गई। दुकानदार और आम लोग इधर-उधर छिपने की जगह ढूंढते रहे।
गाड़ासरई में आंधी तूफान के कारण ढाबा के पास हाइवे जाम हो गया। रोड पर नीलगिरी और बबूल के कई पेड़ गिरने से जबलपुर अमरकंटक हाईवे पर आवागमन अवरुद्ध हो गया है। यहां दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई। एमपी से छत्तीसगढ़ का रास्ता बंद हो गया।
इधर शाजापुर में रविवार को पारा नए रिकार्ड पर पहुंचा। यहां दिन का अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियश रिकार्ड किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियश रहा। आर्द्रता 26% रही और हवा का रुख पश्चिमी रहा।शाजापुर में रविवार को 12 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से हवा चली।
मध्यप्रदेश के दतिया में पारे ने सारे रिकार्ड तोड़ डाले। यहां अधिकतम तापमान 47.5 डिग्री सेल्सियश रिकार्ड किया गया।