राजमाता माधवी राजे सिंधिया अकूत दौलत की मालिक थीं। वे मूलत: नेपाल राजघराने से थीं और उनकी शादी भी देश के प्रसिद्ध ग्वालियर के सिंधिया राजघराने में हुई थी। सास राजमाता विजया राजे सिंधिया और पति माधवराव सिंधिया के निधन के बाद माधवी राजे सिंधिया ही अपने राजघराने की पुश्तैनी संपत्तियों की देखभाल कर रहीं थीं।
यह भी पढ़ें : ओरछा में बदला 500 साल पुराना रिवाज, जानिए अब राम राजा सरकार को कैसे देंगे सलामी मूलत: ग्वालियर का राजघराना होने से सिंधिया परिवार की अधिकांश अचल संपत्तियां यहीं हैं पर देशभर में कई बड़े शहरों में भी उनकी कोठियां, फार्म हाउस हैं। माधव राव सिंधिया के निधन के बाद हालांकि माधवी राजे ने ज्यादातर समय दिल्ली में रहकर बिताया पर वे अक्सर ग्वालियर आती रहती थीं।
ग्वालियर में राजमाता माधवी राजे सिंधिया सिंधिया राजघराने के विशाल महल में रहती थीं। इस महल को जयविलास पैलेस के रूप में जाना जाता है। 1874 में बनकर तैयार हुआ यह महल बेहद भव्य और बड़ा है। जय विलास पैलेस में 400 कमरे हैं। अकेले इस महल की ही अरबों रुपए कीमत है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जय विलास पैलेस की कीमत कम से कम चार हजार करोड़ रुपए आंकी गई है।
यह भी पढ़ें : एमपी के विश्व प्रसिद्ध मंदिर में फ्री दर्शन बंद, पाठ के नाम पर हर भक्त से वसूल रहे 50 रुपए ग्वालियर में जयविलास पैलेस के अलावा भी सिंधिया परिवार की कई संपत्तियां हैं। इनमें विख्यात सिंधिया स्कूल भी शामिल है। सिंधिया राजघराने की कई संपत्तियों पर विवाद चल रहा है। बताया जा रहा है कि इन विवादित संपत्तियों की कीमत ही 40 हजार करोड़ है। हालांकि माधवी राजे सिंधिया की संपत्तियों और उनकी कीमत के बारे में अभी कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। माधवी राजे सिंधिया की सास राजमाता विजया राजे सिंधिया की दो वसीयतों के कारण उपजा विवाद भी अभी तक सुलझ नहीं सका है।