नागपुर में आरोपी जड़ी-बूटी बेचता पकड़ा गया।जानकारी के अनुसार 1991 में देवरी मछरिया गांव निवासी हिब्बु उर्फ प्रभुदयाल पचौरी और उम्मी उर्फ उमाशंकर तिवारी ने 34 वर्षीय बाबूलाल पचौरी की हत्या कर दी थी।हत्या के मामले में देवरी पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था जो जिला न्यायालय से दोषमुक्त होने हो गए थे। मामला उच्चतम न्यायालय पहुंचा जहां 2011 में सुप्रीम कोर्ट ने दोनों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। लेकिन दोनों आरोपी 20 मई 2011 से फरार थे।आरोपियों को गिरफ्तार करने एसपी के निर्देश पर टीम गठित की गई। 14 मई 2024 को ही पुलिस ने हिब्बु उर्फ प्रभुदयाल को गिरफ्तार किया था।
वहीं उम्मी उर्फ उमाशंकर तिवारी फरार था। एसपी ने उम्मी को पकडऩे टीम गठित कर नागपुर पहुंचाई जहां निरीक्षक रोहित डोंगरे, आरक्षक मनीष, आशीष, लवकुश, वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र करने प्रधान आरक्षक सौरभ रैकवार की मदद से टीम ने नागपुर से आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी नागपुर के जगदंबा नगर मसाला टोली खसाला में पंडितजी के नाम से वैद्य बनकर जड़ी-बूटी बेचता मिला।