भाई और पिता नहीं तो बहनों ने संभाला
इन हालातों में वर्षा की निरक्षर मां सोहिनी देवी ने जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेते खेती करना शुरू करने दी। 10 मई 2023 को पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई। पिता पांचवीं पास थे। वर्षा के भाई व पिता नहीं होने के चलते पांचों बेटियां, मां की हिम्मत बनी। वर्षा की तीन बड़ी बहनें राजी, शोभा और शिवानी शादी-शुदा है। छोटी बहन नव्या 9वीं कक्षा में आ चुकी है। एक राखी भाई विक्रम माहेश्वरी भी है, जो हर पल वर्षा को सपोर्ट और मोटिवेट करते है। मां के साये में वर्षा अब बीएसटीसी की तैयारी कर रही है।
वर्षा का सपना, आईएएस बनना
साथ ही बीए करने के बाद यूपीएससी क्लियर कर IAS ऑफिसर बनना चाहती है। गांव में घंटों तक लाइट नहीं आती, लेकिन फिर भी वर्षा पढ़ाई मैनेज करती है। वर्षा की बड़ी बहन शोभा और मां का कहना है इसके पापा की कमी कोई पूरा नहीं कर सकता, लेकिन हम पूरी कोशिश करेंगे।