सूरत जिला पंचायत कार्यालय पर नारे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया
सूरत. सूरत जिला पंचायत की ओर से हेल्थ के कार्य की डाटा एंट्री मोबाइल से करने के आदेश का सोमवार को आशा वर्करों ने विरोध किया और इस आदेश को वापस लेने की मांग की।
आशा वर्करों ने बताया कि आशा वर्कर लोगों के घर-घर जाकर स्वास्थ्य संबंधि जानकारी जुटाती है और विभाग को सौंपती है। अब हेल्थ से जुड़े डाटा एंड्रोइड मोबाइल के जरिए अपलॉड करने का अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे आशा वर्करों की समस्या बढ़ गई है। क्योंकि कई आशा वर्करों के पास एंड्रोइड मोबाइल फोन नहीं हैं और ना ही खरीदने के लिए आर्थिक रूप से वह समक्ष है। ऐसे में सोमवार को बड़ी संख्या में आशा वर्कर सूरत जिला पंचायत कार्यालय पर पहुंची और नारे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया।
महाराष्ट्र के बीड़ में हत्या कर सूरत में छीपे तीन को क्राइम ब्रांच ने धर-दबोचा
सूरत. महाराष्ट्र के बीड़ जिले में एक युवक की हत्या करने के बाद सूरत में छीपे तीन आरोपियों को क्राइम ब्रांच पुलिस ने सोमवार को डूमस क्षेत्र से धर-दबोचा। तीनों को महाराष्ट्र पुलिस को सौंप दिया गया है।
क्राइम ब्रांच पुलिस के मुताबिक महाराष्ट्र के बीड़ जिले में हुई हत्या के आरोपी सूरत में छीपे होने जानकारी मिलने पर बीड़ पुलिस आरोपियों की तलाश के लिए सूरत आई थी। महाराष्ट्र पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच पुलिस भी जांच में जुटी। इस दौरान क्राइम ब्रांच पुलिस ने सोमवार को आरोपी बीड़ निवासी आरोपी जुबेर अैयूब शेख, मिथुन दादाराव सालवे और अकील उर्फ हैदर याकूब शेख को डूमस गांव कबूतरखाना के पास से धर-दबोचा। पुलिस ने बताया कि आरोपियों का हरी केकड़े नाम के व्यक्ति के साथ सोने के ब्रेसलेट को लेकर विवाद चल रहा था। 2 अप्रैल को उनके बीच विवाद होने पर सचिन महादेव पवार नाम के युवक ने उनके बीच बचाव किया और आरोपियों को उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत करने की धमकी दी थी। जिससे गुस्साएं तीनों आरोपियों ने डंडे से वार कर सचिन की हत्या कर दी थी और उसी की मोटर साइकिल पर फरार हो गए थे। इसके बाद वे सूरत भाग आए थे।