अठवागेट चार रास्ता के पास सरदार ब्रिज के नीचे रेलवे आरक्षण केंद्र में अनाधिकृत दलालों का बोलबाला है। दलाल प्रतिदिन सुबह बुकिंग की....
सूरत।अठवागेट चार रास्ता के पास सरदार ब्रिज के नीचे रेलवे आरक्षण केंद्र में अनाधिकृत दलालों का बोलबाला है। दलाल प्रतिदिन सुबह बुकिंग की ओपनिंग के दौरान दादागीरी करते हैं और धक्का-मुक्की कर लाइन तोडक़र आगे खड़े हो जाते हैं। रेलवे बुकिंग क्लर्क तथा सुरक्षा बल की अनदेखी के कारण यहां आने वाले लोगोंं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर में रहने वाले दूसरे राज्यों के लोग दीपावली अवकाश में गांव जाते हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग अलग-अलग शहरों में घूमने भी जाते हैं।
गुरुवार को नौ नवम्बर की बुकिंग हुई, लेकिन सुबह आठ बजे १९०४५ सूरत-छपरा ताप्ती गंगा एक्सप्रेस और १२८३३ अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस ओपनिंग के कुछ देर बाद ही हाउसफुल हो गईं। दीपावली अवकाश के लिए टिकट लेने वाले यात्री बड़ी संख्या में सूरत, उधना और अठवा गेट आरक्षण केंद्र के अलावा पोस्ट ऑफिसों में पहुंच रहे हैं, लेकिन अनाधिकृत दलालों के सक्रिय हो जाने से बहुत कम यात्रियों को टिकट मिल पा रहा है। हाल ही सूरत रेलवे सुरक्षा बल ने रांदेर पोस्ट ऑफिस से चार अनाधिकृत दलालों को पकड़ा था।
अपराध शाखा ने भी उधना आरक्षण केंद्र से एक दलाल को गिरफ्तार किया था। अठवा गेट आरक्षण केंद्र में इस सीजन में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यहां एक एजेंट का बोलबाला है। रेलवे सुरक्षा बल द्वारा पकड़े जाने के बाद भी इस एजेंट के साथ प्रतिदिन दस से अधिक बाहरी लोग अठवा गेट आरक्षण केंद्र पहुंचते हैं और यात्रियों से बदतमीजी करते हैं। वरिष्ठ नागरिकों के साथ भी इनका यही व्यवहार होता है। दादागीरी कर एजेंट के लोग कतार में आगे खड़े हो जाते हैं। इससे आम लोगों को टिकट लेने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
चौथे दिन मिला वेटिंग टिकट
सीनियर सिटीजन यात्री मीठालाल बी. रावल को लगातार तीन दिन जाने के बाद भी कन्फर्म टिकट नहीं मिला। उन्होंने पांच नवम्बर को रणकपुर एक्सप्रेस में १५ से २० पीक्यूएल वेटिंग तथा छह नवम्बर को अरावली एक्सप्रेस में ५२ से ५७ पीक्यूएल वेटिंग टिकट लिया है। उनके पुत्र अशोक रावल ने बताया कि कन्फर्म टिकट नहीं मिलने से वह निराश हैं। नौ जुलाई को अशोक और मीठालाल सुबह चार बजे अठवा गेट आरक्षण केंद्र पहुंचे। सुबह छह-सवा छह बजे एक रिक्शे और मोपेड पर दस से अधिक लोगों का ग्रुप आया तथा आरक्षण केंद्र के बाहर लोगों से बदतमीजी करने लगा। धक्का-मुक्की कर एक नम्बर खिडक़ी पर एक फर्जी सीनियर सिटीजन यात्री को खड़ा कर दिया गया। उसके बाद दो अन्य व्यक्ति खड़े हो गए। इसके कारण मीठालाल का नम्बर काफी देर से आया।
रेलवे स्टाफ की मिलीभगत का आरोप
अठवागेट आरक्षण केंद्र में कार्य करने वाला रेलवे स्टाफ अस्थाई है। स्टेशन से दूर होने के कारण यहां कार्य करने वाले कर्मचारियों की संख्या कम है। कुछ निश्चित कर्मचारियों के यहां वर्षों से जमे होने के कारण दलालों के साथ उनके अच्छे संबंध हंै। रेलवे सुरक्षा बल के जवान की तैनाती का इन दलालों पर कोई असर नहीं पड़ता। सुरक्षा बल के जवान भी दलालों पर कार्रवाई से पल्ला झाड़ लेते हैं।