- चार वर्षो में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर 20 किलो से अधिक सोना पकड़ा गया
दिनेश एम.त्रिवेदी
सूरत. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से सूरत में सोने की तस्करी लगातार बढ़ रही हैं। सूरत सोने के तस्करों के लिए हब बनता जा रहा है। एयरपोर्ट ओथोरिटी द्वारा आरटीआइ के तहत जारी किए गए आंकड़े कुछ ऐसे ही संकेत दे रहे हैं। आंकड़ों की माने तो पिछले चार वर्षो के दौरान सूरत अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर यूएई से तस्करी कर लाया गया 20 किलो से अधिक सोना पकड़ा जा चुका है। जिसकी कीमत करीब 9.85 करोड़ रुपए आंकी गई है।
वित्तीय वर्ष 2019-20 में 2.45 करोड़ रुपए का सोना पकड़ा गया था। उसके बाद कोरोना से प्रभावित अगले दो वर्षो के दौरान सूरत से अंतरराष्ट्रीय उड़ाने अधिकतर समय बंद रही। 2022-23 में हालात सामान्य हुए तो सोने की तस्करी भी बढ़ गई। इस बार 4.53 करोड़ का सोना पकड़ा गया। चालू वित्त वर्ष में भी अभी तक 2.73 करोड़ का सोना पकड़ा जा चुका है।
अधिकतर तरल रूप में लाया जाता है सोना
जानकारों की माने तो यूएई के शारजाह व सूरत के बीच प्रति सप्ताह तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ाने होती हैं। सोने की तस्करी के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों ने यूएई व सूरत के बीच तस्करी का रैकेट बना रखा है। इस रैकेट से जुड़े कुछ लोग यूएई में रहते है, वहीं कुछ सूरत में सक्रिय रहते है। सूरत से जरूरत मंद लोगों को शारजाह-दुबई की सैर के साथ रुपए का प्रलोभन देकर दुबई भेजा जाता है। मेटल डिटेक्टर से बचने के लिए वहां मौजूद लोग विशेष रसायन मिला कर ठोस सोने को तरल (पेस्ट) बना देते हैं। फिर उन्हें जूतों, अंडरवियर समेत विभिन्न चीजों में छिपा कर इन युवकों को दे देते हैंै। युवक लौटते समय सोना भारत ले आते हंै। इसके अलावा गुप्तागों व पेट में छिपा कर भी सोने की तस्करी होती है।
सुरक्षाकर्मियों की सांठ-गांठ से होता है खेल
जानकारों की माने तो सोने की तस्करी का खेल सुरक्षाकर्मियों की सांठगांठ के बिना नहीं हो सकता हैं। भूतकाल में एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों के साथ तैनात सिटी पुलिस के एक उप निरीक्षक की भी तस्करी में लिप्तता सामने आ चुकी हैं। उप निरीक्षक तस्करों द्वारा लाया गया सोना एयरपोर्ट से बाहर निकालने में मदद करता था। उसे इस काम के लिए मोटा कमीशन भी मिलता था।
सूरत है ज्वैलरी उद्योग का हब
जेम्स के साथ ज्वैलरी उद्योग में भी बड़ा हब हैं। यहां बड़ी संख्या में आभूषण बनाए जाते है। प्रति वर्ष अरबों रुपए की ज्वैलरी विदेशों में भी निर्यात की जाती है। यहां सोने की मांग हमेशा बनी रहती है। सोना के आयात पर लगी १२ फीसदी ड्यूटी, २.५ फीसदी सेज व जीएसटी समेत अन्य कर बचाने के लिए तस्कर गिरोह भी सक्रिय रहते हंै।
- सूरत अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पिछले चार वर्षो में पकडा गया सोना-
वित्तीय वर्ष - मामलों की संख्या - ग्राम में वजन - करोड़ों में कीमत
2019-20 - 14 - 6799.12 - 2.46
2020-21 - 0 - 0 - 0
2021-22 - 1 - 282.60 - 0.14
2022-23 - 17 - 8955.78 - 4.53
2023-24 - 9 - 4356.69- 2.73
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