ये है दुनिया का रहस्यमयी आइलैंड, जहां महिलाओं का जाना है मना और पुरुषों के लिए बनाए गए हैं ये कठोर नियम ट्रेन को 10.18 बजे वापी पहुंचना था, लेकिन उदवाड़ा स्टेशन के नजदीक एसएलआर कोच में तकनीकी खामी के कारण यह खड़ी हो गई। स्टॉपेज नहीं होने के बावजूद सुबह करीब साढ़े 11 बजे इसे उदवाड़ा स्टेशन पर रोकना पड़ा। इससे यात्रियों को परेशानी हुई। उदवाड़ा स्टेशन अधीक्षक राकेश अग्रवाल ने बताया कि इस घटना के कारण किसी अन्य ट्रेन पर असर नहीं पड़ा।
बिहार में हाथी के खिलाफ दर्ज हुआ केस, सड़क पर तांडव करने के बाद ली एक की जान बैग चोरी को लेकर यात्रियों ने किया हंगामा, सूरत स्टेशन पर 42 मिनट खड़ी रही ट्रेन सूरत. उधना और सूरत स्टेशन के बीच शुक्रवार तडक़े पुणे-वेरावल एक्सप्रेस के स्लीपर कोच संख्या नौ से अज्ञात चोर मोबाइल और बैग चोरी कर चलती ट्रेन से उतर गया। ट्रेन सूरत से रवाना होने लगी तो यात्रियों ने जंजीर खींचकर इसे रोक दिया और बैग चोरी को लेकर हंगामा करने लगे। हालांकि बाद में बैग ट्रैक के किनारे मिल गया। ट्रेन करीब 42 मिनट देर से रवाना की गई।
ट्रैफिक के नए नियमों से सुधरने लगे हैं दिल्लीवाले, पिछले एक हफ्ते में 5000 हजार चालान हुए रोजाना सूरत और उधना स्टेशन के बीच चलती ट्रेनों में अपराध बढ़ गए हंै। रेलवे सुरक्षा बल और रेलवे पुलिस द्वारा ट्रैक और ट्रेन में पेट्रोलिंग के दावे तो किए जाते है, लेकिन अपराधी रेलवे सुरक्षा बल जवानों की मौजूदगी में भी अपराध को अंजाम देने से नहीं कतराते। शुक्रवार को 11088 पुणे-वेरावल एक्सप्रेस के स्लीपर कोच के यात्री का बैग चोरी होने पर यात्रियों के ग्रुप ने ट्रेन को चालीस मिनट तक सूरत स्टेशन पर रोके रखा। प्रत्येक गुरुवार पुणे से शाम 7.50 बजे रवाना होकर यह ट्रेन सुबह 3.50 बजे सूरत पहुंचती है। ट्रेन शुक्रवार तडक़े तीन बजे नवसारी पहुंची और सूरत के लिए रवाना हुई।
चंद्रयान-2 पर गिरिराज सिंह बोले- हम चांद पर पहुंच गए और पाकिस्तान अभी तक गधे निर्यात कर रहा है ट्रेन जब उधना-सूरत के बीच से गुजर रही थी, तभी अज्ञात चोर द्वितीय श्रेणी शयनयान के कोच संख्या नौ से बैग और मोबाइल चोरी कर चलती ट्रेन से उतर कर फरार हो गया। ट्रेन 3.50 बजे सूरत पहुंची तो एस-9 के यात्रियों ने बैग चोरी को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर स्टेशन मास्टर पहुंचे, लेकिन यात्री उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थे। रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने भी यात्रियों को समझाने का प्रयास किया।
अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन में करीब सवा सौ लोगों का ग्रुप पुणे से जूनागढ़ के लिए सफर कर रहा था। बैग चोरी की सूचना मिलने के बाद वह प्लेटफॉर्म पर जमा हो गए और ट्रेन को आगे नहीं जाने दे रहे थे। बाद में बैग उधना-सूरत के बीच रेलवे ट्रैक पर मिल गया। इसके बाद 4२ मिनट देर से ट्रेन को 4.47 बजे रवाना किया गया।