टैम्पो चालक का पांच हजार का चालान काटा, बाद में रद्द किया सोमवार को ट्रैफिक पुलिस ने विभिन्न जगह हेलमेट नहीं पहनने, लाइसेंस और आरसी बुक नहीं होने पर वाहन चालकों का पांच सौ रुपए का चालान काटा, लेकिन सबसे अधिक चर्चा पांच हजार रुपए के चालान को लेकर रही, जो एक टैम्पो चालक का काटा गया। सचिन क्षेत्र निवासी गोविंद पटेल कपड़ा मार्केट से टैम्पो में माल लाद कर निकला था। ट्रैफिक पुलिस ने सहारा दरवाजा के पास उसे रोका और दस्तावेजों की मांग की। गोविंद के पास वाहन का फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं होने पर पुलिस ने नए नियम के मुताबिक पांच हजार रुपए का चालान काटा। गोविंद ने किसी तरह की नोक-झोंक किए बिना पांच हजार रुपए जमा करवा दिए, लेकिन इस चालान का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद डीसीपी सुधीर देसाई ने शाम को इसे रद्द कर दिया। उन्होंने बताया कि फिटनेस संबंधी जांच करने का अधिकार पुलिस के पास नहीं है। चालान का पता चलने पर उन्होंने चालान रद्द कर रुपए वाहन चालक को लौटा दिए हैं। हालांकि उसे कोर्ट मेमो दिया गया है।
मुख्यमंत्री के दौरे के बंदोबस्त के कारण कार्रवाई सुस्त मंगलवार को मुख्यमंत्री के सूरत दौरे के बंदोबस्त के कारण दोपहर बाद पुलिस की कार्रवाई में सुस्ती देखने को मिली। बंदोबस्त में पुलिस काफिला जरूरी होने और सूरत में पर्याप्त पुलिसकर्मी नहीं होने से ट्रैफिक पुलिस और टीआरबी के जवानों को दोपहर बाद बंदोबस्त की रिहर्सल में लगा दिया गया। सड़कों और ट्रैफिक प्वॉइंट से पुलिस गायब हो गई। पुलिस नहीं होने से वाहन चालक पहले की तरह ट्रैफिक निमयों का उल्लंघन करते नजर आए।
पुलिस वालों ने भी किया पालन
देश के विभिन्न राज्यों में नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद लोगों की ओर से पुलिस को निशाना बनाया गया था। लोगों ने बिना हेलमेट पहने और मोटर साइकिल पर मोबाइल फोन पर बात करते हुए गुजरते पुलिसवालों के वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल किए थे। सूरत पुलिस आयुक्त ने रविवार को ही अपने महकमे को निर्देश दे दिए थे कि पुलिस को भी ट्रैफिक नियमों का पालन करना है। यदि कोई पुलिसकर्मी उल्लंघन करते पाया जाता है तो उसका चालान तो काटा ही जाएगा, विभागीय स्तर पर भी कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को इसका असर देखने को मिला। सूरत पुलिस ने भी ट्रैफिक नियमों का पालन किया।