शिव विवाह प्रसंग से माहौल बना शिवमय
दमण. माछी महाजन मंडल के 49वें कथा ज्ञानयज्ञ में शिव महापुराण नवाह्न पारायण ज्ञानयज्ञ के पांचवे दिन गुरुवार को शिव विवाह प्रसंग आयोजित हुआ। गले में सर्प लपेटे तथा शरीर पर भभूत लगाए शिव बारात लेकर पहुंचे। पुष्प वर्षा और मंगल गीतों के बीच शिव-पार्वती विवाह हुआ। शास्त्री कृष्णकांत त्रिवेदी ने शिव विवाह प्रसंग सुनाते हुए कहा कि शिव विवाह देखकर सुर-नर-मुनि सब निहाल थे। शिव की तरह अगम्य,अपार शिव की कृपा भी ऐसी ही है। जिस पर होती है उसे निहाल कर देती है। शिव कृपा पाने को देव-दानव-मानव सभी लालायित रहते हैं।
10 फरवरी से शुरू होकर शिव महापुराण नवाह्न पारायण ज्ञानयज्ञ 18 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान विविध कथा प्रसंग होंगे। पूर्णाहुति के रोज दोपहर 12 बजे से महाप्रसाद होगा। रोजाना दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक कथा चल रही है।
दमण. माछी महाजन मंडल के 49वें कथा ज्ञानयज्ञ में शिव महापुराण नवाह्न पारायण ज्ञानयज्ञ के पांचवे दिन गुरुवार को शिव विवाह प्रसंग आयोजित हुआ। गले में सर्प लपेटे तथा शरीर पर भभूत लगाए शिव बारात लेकर पहुंचे। पुष्प वर्षा और मंगल गीतों के बीच शिव-पार्वती विवाह हुआ। शास्त्री कृष्णकांत त्रिवेदी ने शिव विवाह प्रसंग सुनाते हुए कहा कि शिव विवाह देखकर सुर-नर-मुनि सब निहाल थे। शिव की तरह अगम्य,अपार शिव की कृपा भी ऐसी ही है। जिस पर होती है उसे निहाल कर देती है। शिव कृपा पाने को देव-दानव-मानव सभी लालायित रहते हैं।
10 फरवरी से शुरू होकर शिव महापुराण नवाह्न पारायण ज्ञानयज्ञ 18 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान विविध कथा प्रसंग होंगे। पूर्णाहुति के रोज दोपहर 12 बजे से महाप्रसाद होगा। रोजाना दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक कथा चल रही है।