scriptभगवान की शरण में जाने के लिए धर्म के मार्ग पर चलना पड़ता है – मनीष सागर | To take refuge in God, one has to walk on the path of religion - Mani | Patrika News
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भगवान की शरण में जाने के लिए धर्म के मार्ग पर चलना पड़ता है – मनीष सागर

वरघोड़ा निकाला गयामालपुरा. श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ जयपुर के तत्वावधान में श्री जिनकुशलसुरि दादाबाड़ी में अध्यात्मयोगि महेन्द्रसागर, युवामनीषी मनीषसागर एवं मरुधर ज्योति मणिप्रभाश्री आदि ठाणा की निश्रा में उपधान तप की 51 दिन की तपस्या के तहत बुधवार को दीक्षार्थियों का वरघोड़ा निकाला गया, जिसका मार्ग में जगह-जगह कई समाज के लोगों ने छोल भराई कर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।

टोंकDec 01, 2021 / 09:11 pm

jalaluddin khan

भगवान की शरण में जाने के लिए धर्म के मार्ग पर चलना पड़ता है - मनीष सागर

भगवान की शरण में जाने के लिए धर्म के मार्ग पर चलना पड़ता है – मनीष सागर

भगवान की शरण में जाने के लिए धर्म के मार्ग पर चलना पड़ता है – मनीष सागर
वरघोड़ा निकाला गया
मालपुरा. श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ जयपुर के तत्वावधान में श्री जिनकुशलसुरि दादाबाड़ी में अध्यात्मयोगि महेन्द्रसागर, युवामनीषी मनीषसागर एवं मरुधर ज्योति मणिप्रभाश्री आदि ठाणा की निश्रा में उपधान तप की 51 दिन की तपस्या के तहत बुधवार को दीक्षार्थियों का वरघोड़ा निकाला गया, जिसका मार्ग में जगह-जगह कई समाज के लोगों ने छोल भराई कर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।

इस अवसर पर कुशल उपवन आयोजित धर्म सभा को संबोधित करते हुए युवा मनीषी मनीष सागर ने कहा कि भगवान की शरण में जाने के लिए धर्म के मार्ग पर चलना पड़ता है ,जिससे मनुष्य अपने जीवन को आनन्दमयी बनाकर सुख की अनुभुति करता है धर्म के मार्ग पर चलने का रास्ता गं्रथों में समाहित है जिस पर चलकर ही एक पुण्यात्मा भगवान की शरण में जाती है तथा स्वयं भगवान का रुप धारण कर लेती है।

जिस प्रकार भगवान महावीर ने कठोर तपस्या कर धर्म के मार्ग पर चलकर मोक्ष की प्राप्ति कर देवत्व रुप को प्राप्त किया। उन्होनें कहा कि मनुष्य को अपने जीवन में ईष्र्या से दूर रहते हुए ईश्वर के प्रति अपना ध्यान लगाना चाहिए। जहां ईष्र्या होती है वहां ईश्वर नहीं मिलता।
वरघोड़े में दीक्षार्थियों का पालिका अध्यक्ष सोनिया मनीष सोनी, पूर्व भाजपा अध्यक्ष दिनेश विजय, भारत विकास परिषद के अध्यक्ष सत्यनारायण सोनी, रोटरी क्लब सिटी एवं रेखा देवी मेमोरियल संस्थान की ओर से डॉ. आस्था जैन, डॉ उज्ज्वल जैन, डॉ अंकित जैन ,रोटरी क्लब अध्यक्ष रवि कुमार जैन, हनुमान शर्मा,शेर सिंह राजावत ने स्वागत कर दीक्षार्थियों की छोल भराई की।

अग्रवाल समाज अध्यक्ष चंपालाल जैन, विमल जैन, अमरचंद जैन ,ओसवाल समाज की ओर से राजेंद्र कोठारी, सुमेरमल जैन, कुशल चंद लोढा, सरावगी समाज की ओर से एडवोकेट सुरेंद्र मोहन जैन, राजकुमार जैन ,नरेंद्र जैन, प्रकाश चंद पाटनी, प्रकाश चंद, शिखर चंद जैन एवं श्रीश्रीमाल परिवार की ओर से त्रिलोक चंद जैन ,साधना जैन,आंचल जैन सहित मार्ग में कई श्रद्धालुओं ने दीक्षार्थियों की छोल भराई कर पुण्य लाभ लिया। वहीं दोपहर में अहो ब्रह्मचर्य संयम संवेदना कार्यक्रम का आयोजन किया जाकर रात्रि को आज अभिनंदन है कल तुम्हें बंधन है, कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
श्रद्धालुओं ने किया स्वागत
सुबह व्यास सर्कल से भगवान महावीर स्वामी को पालकी में विराजमान कर लवाजमें के साथ 2 दिसंबर को दीक्षा लेने वाले मुमुक्षु मयंक लोढ़ा राजनांदगांव, मानस गोलेछा कोंडागांव, रानी खजांची बालाघाट ,गीतेश लालवानी रायपुर संयम कोटडिया मुंगेली दीक्षार्थी का वरघोड़ा निकाला गया, जो कस्बे के नवीन मंडी, सुभाष सर्कल, गांधी पार्क, जैन मोहल्ला, आजाद चौक, मानक चौक, पुरानी तहसील होते हुए ऋषभदेव मंदिर पहुंचा, जहां दर्शनों के पश्चात दादाबाड़ी पहुंचा।

दादाबाड़ी पहुंचने पर दिक्षार्थियों एवं श्रद्धालुओं का श्री जैन श्वेतांबर खरतरगच्छ संघ के विमल चंद सुराणा, अध्यक्ष प्रकाश चंद लोढ़ा, सचिव देवेंद्र मालू, प्रकाश चंद कोठारी, राजकुमार बेगानी, अनिल कुमार, ज्योती कोठारी सहित ट्रस्ट मंडल के सदस्यों ने स्वागत किया।

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