स्वेच्छा ने दसवीं में 10 सीजीपीए और बारहवीं कक्षा में 96 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। स्वेच्छा के पिता सुनील कुमार जैन, लेबर कोर्ट में लेखाधिकारी हैं, जबकि माता सुनीता गृहिणी हैं। स्वेच्छा सीए बनकर देश की अर्थव्यवस्था में खुद का योगदान देना चाहती है। उसने कानून की पढ़ाई पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया था। वो मानती है कि देश के आर्थिक विकास ने गति पकड़ी है, जल्द ही इसका लाभ पूरे देश को मिलेगा। सभी विद्यार्थियों के लिए स्वेच्छा ने संदेश दिया कि वे माता-पिता की बातों को पूरा गंभीरता से लें, खुद पर भरोसा रखें और सोशल मीडिया से दूर रहें।
फंडामेंटल्स ऑफ अकाउंटिंग 60 में से 50 अंक
मरकेन्टाइल लॉ 40 में से 32 अंक
जनरल इकोनोमिक्स 50 में से 48 अंक
क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूट 50 में से 46 अंक