इनमें 92 नंबर बूथ, जो कि सेक्टर-14 स्थित नवजीवन पब्लिक स्कूल की द्वितीय ब्रांच के कमरा नंबर 3 में स्थित है। यहां एक भी वोटर नहीं है। साथ ही बूथ संख्या 304, जो कि राजकीय विशिष्ट माध्यमिक विद्यालय रेजिडेंसी के कमरा नंबर 2 में है। इसमें भी वोटर शून्य ही है। इन दोनों ही बूथों में वोटर नहीं होने के बावजूद इनका नाम बूथ संख्या में शामिल है।
नियमानुसार नहीं हटा सकते बूथ बूथों का निर्धारण करते समय बूथों को कम ज्यादा किया जा सकता है। इसके बाद अधिक बूथ होने पर नियमानुसार इन्हें नहीं हटाया जा सकता, लेकिन इन बूथों पर मतदान दल नहीं भेजे जाएंगे। इनके कमरे खाली ही पड़े रहेंगे।
इसलिए हुआ ऐसा बूथों के निर्धारण के बाद किस बूथ पर कितने मतदाता मतदान करेंगे यह भी तय किया जाता है। समायोजन के दौरान कम मतदाता वाले बूथों के मतदाताओं को आसपास के अन्य बूथों में समायोजित कर दिया गया। इससे दोनों बूथों पर मतदाताओं की संख्या शून्य हो गई।
हटाने और रखने का निर्णय अगले चुनाव में दोनों ही बूथों को हटाने और रखने का निर्णय पांच साल बाद होने वाले निकाय चुनावों में होगा। इन चुनावों में मतदाता बढ़ते हैं तो इन बूथों को इसी प्रकार रखा जाएगा अन्यथा हटा दिया जाएगा।
यहां किया मतदाताओं का समायोजन बूथ संख्या 92 के मतदाताओं को आवासीय क्षेत्रानुसार आसपास के अलग-अलग बूथों में मिला दिया गया। इसी प्रकार बूथ संख्या 61 के मतदाताओं को भाग एक में समायोजित कर दिया गया। इससे दोनों बूथों पर मतदाताओं की संख्या शून्य हो गई।
मतदाताओं को नहीं होगी परेशानी शून्य मतदान वाले बूथों के मतदाताओं को आसपास के अन्य बूथों में ही समायोजित किया गया है। इससे मतदान केंद्र वहीं रहेगा। लेकिन बूथ संख्या बदल जाएगी। मतदाताओं को आसपास के ही अन्य कमरों में मतदान करना होगा।