सुविवि के नए कुलपति चयन का मामला
उदयपुर. सुखाडि़या विश्वविद्यालय के नए कुलपति की तलाश में प्रो बीएम शर्मा की अध्यक्षता में कमेटी ने प्राप्त आवेदनों की लिस्टिंग करने का काम करीब करीब पूरा कर लिया है। शनिवार को कुंभलगढ़ में कमेटी ने गुप्त रूप से आवेदनों की नियमानुसार छंटनी की। कमेटी जल्द ही ५ से १० नाम का पैनल तैयार कर राज्यपाल को सौंपेगी। कुलपति के लिए आवेदन करने वालों में मेवाड़ के बाहर से ज्यादा है, एेसे में आंकड़ा २७५ से पार है।
कमेटी अपने स्तर पर आवेदनों की छंटनी कर रही है, लेकिन चयन को लेकर जोड़ तोड़ में लगे कई प्रोफेसर जयपुर दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं। स्थानीय आवेदक चाहते हैं कि सरकार इस बार मेवाड़ के व्यक्ति को ही विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी सौंपे ताकि वह यहां की तमाम स्थितियों से वाकिफ होकर बेहतर काम कर सके। अधिनियम-२०१९ कईयों के धो देगा अरमान: कुलपति के चयन एवं बर्खास्तगी को लेकर राज्य सरकार ने इसी साल अधिनियम पारित किया। उसके नियम कायदों में इतनी सख्ती रखी गई है कि कुलपति बनने की चाह रखने वाले कई प्रोफेसरों के अरमान इससे धूल जाएंगे। कमेटी ने भी उसी आधार पर पैनल बनाने का काम किया है। कुलपति के लिए आयु ७० से ज्यादा नहीं हो, १० साल का प्रोफेसर अनुभव बोर्ड की ओर से मान्य होना चाहिए, किसी भी आपराधिक मामले में लिप्त नहीं हो। अकादमिक बैकग्राउण्ड , एक्सपर्ट के नाते राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्या योगदान रहा है। कुलपति बनने की चाह रखने वाले का विजन कैसा है।
दौड़ में शामिल यह लगा रहे जोर: ४ दिसम्बर को कार्यकाल पूरा करने वाले मौजूदा कुलपति प्रो. जेपी शर्मा जहां दोबारा कुलपति की चाह रखे हुए हैं वहीं प्रो. पीआर व्यास, प्रो. दरियावसिंह, प्रो. संजय लोढ़ा, प्रो. साधना कोठारी, प्रो. बीएल आहुजा आदि पूरा जोर लगा रहे हैं कि इनका नाम पैनल में शामिल हो जाए।