चित्तौड़गढ़ से उदयपुर तक बिछाई जा रही स्टील गैस पाइपलाइन का काम अब अंतिम चरण में पहुंच गया है। अधिकारियों के मुताबिक, दीपावली तक उदयपुर के करीब 8 हजार घरों में पाइप्ड नेचुरल गैस कनेक्शन की सुविधा मिलने की उम्मीद है।
उदयपुर: घर-घर गैस उपलब्ध कराने की योजना अब गति पकड़ सकती है। ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा देने के कैबिनेट के फैसले के बाद लेक सिटी (उदयपुर) में घर-घर गैस पहुंचने की उम्मीद जल्द पूरी होने की आस है।
वर्तमान में डबोक के धूणीमाता और बजाज नगर में महज 170 घरों में पीएनजी नसीब हो रही है। चित्तौड़गढ़ से उदयपुर तक स्टील पाइप लाइन बिछाने का काम अंतिम चरण में है। अगले दस दिन में प्रतापनगर सुखेर में पाइप लाइन का काम लगभग पूरा हो सकता है। इसके बाद शहर में पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू हो जाएगा। दीपावली तक शहर के 8 हजार घरों में गैस पहुंचाने का लक्ष्य है।
शहर के शोभागपुरा, मीरानगर, नवरतन, चित्रकूट नगर, बड़गांव, बेदला, सुखेर, भुवाणा समेत इस इलाके में गैस लाइन पहले बिछेगी। दीपावली तक यहां पाइन बिछाकर घरों में गैस कनेक्शन दिए जाएंगे। कंपनी ने पाइप लाइन बिछाने के लिए नगर निगम से अनुमति मांगी है। अनुमति जल्द मिली तो पाइप लाइन समय पर बिछ जाएगी।
पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) के लिए चित्तौड़गढ़ से उदयपुर तक पाइप लाइन बिछाई जा रही है। यह लाइन करीब दस दिन में प्रताप नगर सुखेर तक बिछा दी जाएगी। इसके बाद शहर में पाइप लाइनें बिछाने का काम तेजी से शुरू होगा। मार्च 2026 तक शहर के 20 हजार घरों तक रसोई गैस पहुंचाने का कंपनी का लक्ष्य है।
वर्तमान में घर-घर गैस पहुंचाने की योजना को तेजी से लागू करने पर राज्य सरकार का भी फोकस है। सरकार हर माह कंपनी से प्रगति का फीडबैक ले रही है। यह गैस कम जोखिम पर्यावरण के अनुकूल है।
गैस पाइप लाइन बिछाने के लिए नगर निगम से अनुमति मांगी है। यह जितनी जल्दी मिलेगी, काम तेजी से होगा। प्रतापनगर सुखेर तक पाइप लाइन का काम अगले दस दिन में पूरा हो जाएगा। इसके बाद शहर में लाइन बिछाने का काम शुरू करेंगे। दीपावली तक करीब 8 हजार घरों तक गैस पहुंचाने का लक्ष्य है।
-पीयूष सिंघल, मैनेजर, अडाणी टोटल गैस कंपनी