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दिव्यांगों के गांव में अचानक पहुंचे केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड अधिकारी, हालत देख चौंके

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के 2 सदस्यीय जांच दल ने उद्योगों से निकल रहे नालों एवं चंबल के डाउन एवं अप स्ट्रीम से 11 सैंपल लिए। ये अधिकारी आलोट-उज्जैन ससंदीय क्षेत्र के सांसद अनिल फिरोजिया की षिकायत पर पहुंचे थे।

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दिव्यांगों के गांव में अचानक पहुंचे केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड अधिकारी, हालत देख चौंके,दिव्यांगों के गांव में अचानक पहुंचे केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड अधिकारी, हालत देख चौंके

नागदा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के 2 सदस्यीय जांच दल ने उद्योगों से निकल रहे नालों एवं चंबल के डाउन एवं अप स्ट्रीम से 11 सैंपल लिए। ये अधिकारी आलोट-उज्जैन ससंदीय क्षेत्र के सांसद अनिल फिरोजिया की षिकायत पर पहुंचे थे। लेकिन जांच दल के निरिक्षण के दौरान सांसद खुद नहीं पहुंचे और निजी सहायक को भेज दिया। जांच दल को गांव भगतपुरी एवं परमार खेड़ीसहित मेहतवास में स्थानीय लोगों की नाराजगी भी झेलना पड़ी। कार्रवाई को पूर्ण में करने में 6 घंटे से अधिक का समय लगा। इधर शिकायतकर्ता अभिषेक की आपत्ति पर बुधवार को नए सिरे से जांच दल उद्योगों का निरीक्षण करेगी। बता दें कि औद्योगिक प्रदूषण की षिकायत पर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित अन्य विभागों के 9 सदस्यीय टीमों जांच सोमवार को शहर पहुंचा था। इस दौरान जांच दल ने ग्रेसिम, गुल ब्रांडषन, लेंक्सेस, ग्रेसिम केमिकल डिवीजन उद्योग पहुंचकर प्लांटों का निरीक्षण किया था। लेकिन गुल ब्रांडषन में मीडिया के प्रवेष पर रोक लगाने के कारण निरिक्षण नहीं हो पाया था। उसके बाद मंगलवार को 9 सदस्यीय टीमों का जांच अपने-अपने स्तर पर निरिक्षण के लिए निकला। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जांच दल के मुकेष बंनोघे एवं सुनील मीणा ने उद्योगों से निकलने वाले गंदे नाले एवं चंबल के डाउन एवं अप स्ट्रीम पर पहुंचकर सैंपल लिए। वहीं भूजल बोर्ड सहित अन्य विभागों की टीम ने फिर उद्योगों में पहुंचकर अपनी कार्रवाई को पूर्ण किया।
परमार खेड़ी में दिव्यांगता देख दंग रह गए अधिकारी
भगतपुरी में चंबल नदी एवं गंदे नाले के सैंपल लेने के बाद अधिकारी जब ग्राम परमार खेड़ी पहुंचे तो ग्रामीणों ने बताया कि यहां प्रदूषित जल के कारण दिव्यांगता का उदाहरण कई घरों में देखने को मिलेगा। ग्रामीणों की बात सुनकर जब अधिकारी दिव्यांग के घर पहुंचे तो एक ही परिवार के तीनों बच्चों को दिव्यांग देखकर दंग रह गए। इस दौरान पीडित परिवार ने अपनी पीड़ा भी अधिकारियों के समझ प्रस्तुत की। अधिकारियों ने भी माना कुछ तो है गड़बढ़ जांच दल षिकायत में शामिल बिंदुओं के आधार मंडेलिया एवं नागदा केमिकल के पीछे सयद सालार बाबा की दरगाह क्षेत्र में भू-जल एवं मिट्टी के नमून अपने साथ ले गए। बंजर हो चुकी भूमि को देख अधिकारी बोले कि कुछ तो गडबढ़ है लेकिन मौखिक तौर पर जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कहां जा सकता है। क्योंकि मिट्टी पर सफेद परत देखकर लगता है कि किसी न किसी प्रकार के केमिकल का असर है।
इन स्थानों से लिए सैंपल
जांच दल सबसे पहले सांसद के निजी सहायक प्रकाष जैन के साथ ग्राम भगपुरी पहुंचा। यहां उन्होंने चंबल के डाउन एवं अप स्ट्रीम से पाानी के सैंपल लेने के बाद चंबल में मिल रहे नाले से भी सैंपल लिया। उसके बाद ग्राम परमारखेड़ी पहुंचे और चंबल के पानी से सैंपल लिए। फिर मेहतवास पहुंचे य हां पर उन्होंने एक हैंडपंप से सैंपल लिया फिर टकरावदा तालाब पर पहुचंकर सैंपलिंग की। अंत में नागदा केमिकल उद्योग के पीछे से सैंपल लेने के बाद जूना नागदा से होकर निकले शहर के ड्रेनेज नाले से सैंपल भरा। इदगाह मस्जिद के आगे उद्योगों से निकलकर शहर के नाले में मिल नालेे में से भी सैंपल लिए। करीब सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक निरीक्षण के दौरान 11 सैंपल लिए।
एक सप्ताह से अधिक समय के बाद सामने आएगी जांच रिपोर्ट
जांच दल में शामिल अधिकारी सुनील मीणा से जब पत्रिका टीम ने चर्चा की तो उनका कहना था जांच रिपोर्ट आने में लगभग एक सप्ताह से अधिक का समय लगेगा। उन्होंने यह भी बताया कि जांच के लिए सैंपल भोपाल भेंजे जाएंगे उसके अलावा दिल्ली में भी सैंपलों की जांच होगी। जिसकी रिपोर्ट मप्र प्रदूषण बोर्ड को मिलेगी। उसके बाद जांच रिपोर्ट षिकायकर्ता को भी भेजी जाएगी।
आखिर क्यों नहीं पहुंचे सांसद
उद्योगों से 22 गावों के प्रभावित होने की षिकायत सांसद अनिल फिरोजिया ने केंद्रीय श्रम मंत्री को की थी। उसके बाद जांच दल तो नागदा उद्योगों से निकलने वाले नालों एवं चंबल के डाउन एवं अप स्ट्रीम की जांच के लिए पहुंच गया। लेकिन सांसद फिरोजिया नहीं पहुंचे। जबकि सांसद फिरोजिया ने कुछ दिनों पूर्व मीडिया को जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया था कि जांच टीम के निरीक्षण के दौरान वे मौजूद रहेंगे। मंगलवार को अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान ऐसा कुछ नहीं हुआ सांसद ने अपने निजी सहायक प्रकाष जैन को भेज दिया। सांसद के जांच दल के साथ नहीं शामिल होने को लेकर तरह-तरह की चर्चाए आम रही।
दूसरे दिन भी उद्योगों के प्लांट का किया निरीक्षण
प्रदूषण नियंत्रण की जांच के लिए शहर पहुंचे जांच दल के अधिकारियों ने दूसरे दिन मंगलवार को भी स्थानीय उद्योगों में पहुंचकर निरिक्षण किया। इस दौरान ग्रेसिम, केमिकल डिवीजन, लैंक्सेस, गुल ब्रांडषन उद्योग में पहुंचकर प्रदूषण को किसी तरह नियंत्रण करने पर कार्य किया जा रहे उनकेसंसाधनों एवं प्लांट का निरिक्षण करते हुए अधिकारियों को हिदायत बरतने की भी बात कही। निरीक्षण में भू-जल विभाग सहित अन्य विभाग के अधिकारी शामिल थे।
आज दोबारा होगी जांच
अभिषेक चौरसिया ने पत्रिका को बताया मेरे द्वारा षिकायत करने के बाद उद्योगों में हुई जांच मुझ शिकायतकर्ता को बिना बताये की जा रही थी
जिस पर कलेक्टर सहित अधिकारी को मेरे द्वारा आपत्ति दर्ज करवाई गई थी जिस पर संज्ञान लेने के पश्चात् नागदा तहसीलदार द्वारा मुझे मंगलवार दोपहर में जांच समिति के समक्ष अपना पक्ष रखने हेतु बुलाया गया था और मेरा पक्ष रखने के पश्चात् जांच समिति द्वारा मेरे बताए गए बिंदुओं से पानी और मिट्टी के सैंपल लेने सहित अन्य बिंदुओं पर कार्यवाही हेतु निर्देश समिति को दिए गए है। बुधवार को जांच दल नए सिरे से मेरी शिकायत के आधार पर जांच करेगा।