
Donkey Fair In Ujjain : शिप्रा नदी तट पर कार्तिक पूर्णिमा से लगने वाला कार्तिक मेला इस बार समय पर नहीं लग पाएगा। मेले को लेकर निर्वाचन आयोग से अब तक स्वीकृति नहीं मिल पाई है। हालांकि अधिकारी बता रहे हैं मतदान पूर्ण होने के कारण एक-दो रोज में अनुमति का पत्र आ सकता है। इसके बावजूद मेले को शुरू करने में टेंडर व अन्य प्रक्रिया में 10 दिन का समय लगेगा। ऐसे में कार्तिक मेला संभवत 5 दिसंबर तक शुरू हो सकता है।
27 नवंबर से होना था शुरू, लेकिन नहीं मिली अनुमति
कार्तिक मेला इस बार कार्तिक पूर्णिमा, 27 नवंबर से शुरू होना था। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के चलते निर्वाचन आयोग से अब तक इसकी अनुमति नहीं मिली। लिहाजा मेले (Donkey Fair In Ujjain) की तैयारी रुकी पड़ी है। हालांकि निगम की ओर से 1 नवंबर को ही मेले के आयोजन की स्वीकृति को लेकर निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा जा चुका है। यह पत्र भोपाल से दिल्ली तक पहुंचा अब तक इस पर निर्णय नहीं हो पाया। वहीं निगम अधिकारी बता रहे हैं कि आयोग की अनुमति नहीं मिलने से मेला (Donkey Fair In Ujjain) समय पर शुरू नहीं हो पाएगा मेले में दुकान आवंटन व अन्य कार्य के टेंडर प्रक्रिया में ही 10 दिन का समय लगेगा। यदि आयोग की ओर एक-दो दिन में अनुमति आती भी है तो मेले दिसंबर माह में ही शुरू हो सकेगा। चूंकि 3 दिसंबर को मतगणना है, लिहाजा इसके बाद ही (Donkey Fair In Ujjain) शुरू हो सकेगा।
कार्तिक मेला (Donkey Fair In Ujjain) लगने को लेकर अभी भले ही अनुमति नहीं मिली है लेकिन कार्तिक मेला (Donkey Fair In Ujjain) ग्राउंड पर गधों का मेला (Donkey Fair In Ujjain) लगना शुरू हो गया है। देशभर से गधे आना शुरू हो गए हैं। कार्तिक मेला (Donkey Fair In Ujjain) प्रांगण में एकादशी से पूर्णिमा तक गधे का मेला लगता है। बडऩगर रोड पर सजे-धजे गधे बड़ी संख्या में देख जा सकते हैं।
टेंडर से आवंटित होगी दुकानें
नगर निगम की ओर से इस बार कार्तिक मेले (Donkey Fair In Ujjain) की दुकानें ऑनलाइन टेंडर के माध्यम से आवंटित की जाएगी। निगम ने इसके लिए एमपी ऑनलाइन से कांट्रेक्ट भी किया है। हालांकि मेले (Donkey Fair In Ujjain) में झूला व्यापारियों द्वारा ऑनलाइन दुकान आवंटन पर आपत्ति जताई जा रही है। मेले में करीब 569 दुकानें तथा 22 झूले के लिए स्थान आरक्षित किया गया है
इनके दांत देखकर तय होती है कीमत
आपको बता दें कि गधों को नाम भी दिए जाते हैं। किसी को सलमान तो किसी को आलिया कहा जाता है। मेले पांच से 20 हजार रुपये कीमत तक के गधे हैं। इनके दांत देखकर तय होती है। उज्जैन में कार्तिक मेला मैदान के पास बड़नगर रोड पर हर वर्ष गर्दभ मेला लगता है। व्यापारियों के अनुसार यहां मप्र, राजस्थान, महाराष्ट्र सहित अन्य प्रांतों के व्यापारी भी आते हैं। उम्र के हिसाब से गधों की कीमत लगाई जाती है। व्यापारी गधों को खूब सजाकर लाते हैं। इसके अलावा गधों के दांत देखकर उनकी कीमत तय होती है। जिन गधों के दो दांत होते है उनकी कीमत कम होती है तथा जिनके चार दांत होते हुए उनकी अधिक कीमत होती है। उज्जैन में कार्तिक मेला मैदान के पास बड़नगर रोड पर हर वर्ष गर्दभ मेला लगता है।
स्वीकृत मिलते ही तैयारी शुरू करेंगे
मेले को लेकर निर्वाचन आयोग से अभी स्वीकृति नहीं मिली है। संभवत: आज-कल में मिल जाएगी। स्वीकृति आते ही मेले की तैयारी शुरू कर देंगे।
- रौशनकुमार सिंह, निगमायुक्त
Updated on:
20 Nov 2023 02:29 pm
Published on:
20 Nov 2023 02:27 pm
बड़ी खबरें
View Allउज्जैन
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
