उज्जैन. सिंहस्थ का दर्शन ही अजब-गजब है। यहां साधु-संत दूर से भले ही साधारण लगे, लेकिन जब इन्हें नजदीक से जानने का मौका मिलता है तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आते हैं। कोई सिद्ध साधु है, तो कोई बरसो से हठयोगी बन कठिन तपस्या कर रहे हैं। कोई प्रभु की भक्ति के लिए सांसारिक मोहमाया से विरक्त होकर लाखों के पैकेज की नौकरी छोड़ साधु बन गया। इनमें कई साधु तो उच्च शिक्षित हैं जो इस बार के सिंहस्थ में अपने अनुभव साझा कर लोगों को जीना सिखाएंगे। इस बार शहर में ऐसे ही एक बाबा आए हैं जो कानपुर आईआईटी से मैकेनिकल इंजीनियर रहे हैं और लाखों की मोहमाया छोड़ दुनिया बनाने वाले इंजीनियर की शरण आ गए। ये हैं श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़े से जुड़े स्वामी पवन भारती।