
शहर के चार स्थानों पर लगे सिग्नल में हर लेफ्ट टर्न पर वाहन चालकों की मुसीबत, कहीं चाय की दुकान तो कहीं ऑटो स्टैंड, कहीं सड़क ही समतल नहीं
अनिल मुकाती
शाजापुर. लंबे इंतजार के बाद शहर में दुपाड़ा रोड तिराहा, टै्रफिक पाइंट तिराहा, टंकी चौराहा और धोबी चौराहा पर ट्रैफिक सिग्नल लगे, करीब दो माह तो ये सिग्नल टिमटिमाए तक नहीं, सिर्फ पोल की शोभा बढ़ाते रहे, फिर 16 फरवरी को नेताजी के हाथों धूमधाम से इसका लोकार्पण कर सिग्नल शुरू कर दिए गए, लेकिन इतना लंबा समय लेने के बाद भी चौराहों और तिराहों पर जरूरी इंतजाम तक नहीं किए गए। सिग्नल के अनुसार शहर के लोग चौराहे और तिराहे से आना-जाना कर रहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी लेफ्ट टर्न लेने पर हो रही है। चारों में से एक भी चौराहे और तिराहे पर लेफ्ट टर्न व्यवस्थित नहीं है। कहीं सड़क नहीं है, तो कहीं दुकानों का अतिक्रमण है, कहीं टर्न के किनारे खुला नाला है तो कहीं ठेले-खोमचे, कहीं लेफ्ट टर्न पर अघोषित पार्किंग है। इसके अलावा जहां जगह है वहां चौराहे और तिराहे पर सीधे जाने वाले लोग रेड लाइट होने पर खड़े हो जाते हैं। ऐसे में लेफ्ट टर्न लेने वालों को मजबूरन सिग्नल के ग्रीन होने का इंतजार करना पड़ रहा है। पत्रिका ने दो चौराहों और तिराहों पर करीब १५-१५ मिनट रुककर देखा तो यह वस्तुस्थित सामने आई।
दुपाड़ा रोड तिराहा: यहां रॉन्ग साइड आने वालों को कोई नहीं रोकता
शहर की शुरुआत में ही यह तिराहा है। यहां दो लेफ्ट टर्न है। परेशानी बस स्टैंड की ओर मुडऩे वाले टर्न पर ज्यादा है। यहां दुपाड़ा रोड की तरफ से आ रहे बाये मुडऩे वाले वाहनों के लिए जगह काफी कम है। यहां सड़क समतल नहीं है। किनारे पर ही बड़ा गड्ढा है। साथ ही रोड के साइड सोल्डर भी ऊंचे हैं, इस कारण वाहन फिसलने का डर रहता है। वहीं दुपाड़ा रोड की तरफ मुडऩे वाले टर्न पर कलेक्टर कार्यालय की ओर से आने वाले सवारी वाहन खड़े हो जाते हैं। इस कारण बाये मुडऩे वालों के लिए जगह नहीं बचती। इसके अलावा आदित्य नगर की ओर से आने वाले वाहन यू टर्न नहीं लेते हुए दनदनाते हुए रॉन्ग साइड ही आते हैं। ऐसे में यहां हमेशा हादसे का खतरा रहता है।
ट्रैफिक पाइंट तिराहा: टर्न के मुहाने पर खुला नाला
इस तिराहे पर यातायात चौकी है, हमेशा जवान मुस्तैद रहते हैं, लेकिन फिर भी लोग नियम का पालन नहीं कर रहे। यहां भी दो लेफ्ट टर्न है। बस स्टैंड परिसर की मुडऩे वाले टर्न के मुहाने पर ही यातायात पुलिस और आसपास की दुकानों पर आने वाले ग्राहकों के वाहन खड़े रहते हैं। हालांकि यातायात पुलिस ने स्टॉपर से लेफ्ट टर्न बनाया है, लेकिन लोग उसे समझ नहीं पा रहे और रेड लाइट होने पर वहीं खड़े हो रहे हैं। दूसरे टर्न पर जगह बहुत कम है। यहां टर्न के मुहाने पर ही खुला नाला है और बड़ा कचरा कंटेनर रखा हुआ है। रेड लाइट होने पर यहां भी कलेक्टर कार्यालय की ओर जाने वाले वाहन खड़े हो जाते हैं। इस कारण बाये मुडऩे वाले को जगह नहीं मिलती। ऐसे में सिग्रल के ग्रीन होने का इंतजार करना पड़ रहा है।
टंकी चौराहा: यहां के चारों लेफ्ट टर्न अव्यवस्थित
टंकी चौराहे के चारों लेफ्ट टर्न अव्यस्थित हैं। यहां एबी रोड से महूपुरा की ओर से मुडऩे वाले वाहनों को रेड लाइट में खड़ा होना पड़ रहा है, यहां पुलिस ने स्टॉपर तो लगाए हैं, लेकिन दुकानों पर आने वाले ग्राहक वहीं वाहन खड़ा कर देते हैं। पेट्रोल पंप से निकलने वाले वाहन भी यहां रुक रहे हैं। यहां सड़क भी समतल नहीं है, ऊंचा नाला है। धोबी चौराहा की तरफ टर्न लेने वालों का सामना साईं मंदिर के बाहर खड़े ठेले वालों और वहां खड़ी बसों से होता है। यहां सड़क से करीब १५ फीट जगह ठेले वालों का कब्जा है। धोबी चौराहा की तरफ से आने वाले वाहनों को बेरछा रोड की तरफ टर्न लेने के लिए पुलिस ने स्टॉपर लगाए हैं, लेकिन यहां भी वाहन खड़े हो जाते हैं। बेरछा रोड से बस स्टैंड की तरफ वाले टर्न पर ऑटो स्टैंड है और रोड के किनारे ऊंचा नाला है। ऐसे में वाहन चालकों को मुडऩे की जगह नहीं मिल रही।
धोबी चौराहा: समझ ही नहीं आता, कहां से निकलें
यह चौराहा अस्त-व्यस्त नजर आता है। इस चौराहे का आकार ही तिरछा है। ऐसे में सिग्नल का पालन करने के बाद भी लोगों की समझ नहीं आता है किधर से जाएं। यहां के चारो लेफ्ट टर्न पर नाममात्र की जगह है। टंकी चौराहा की तरफ से आने वाले वाहन टर्न लेते हैं तो वहां उन्हें महूपुरा की तरफ से आने वाले वाहन खड़े मिलते हैं। मंडी की तरफ टर्न लेने के लिए यहां जगह नहीं मिलती। बीच सड़क पर वाहन खड़े रहते हैं, साथ ही रॉन्ग साइड आने वाहन भी परेशानी बनते हैं। टर्न लेने पर सब्जी और फल के ठेलों के कारण जगह नहीं मिलती। मंडी की तरफ से रेलवे स्टेशन की तरफ जाने वाले वाहनों के टर्न पर ऑटो-मैजिक का कब्जा है। रेलवे स्टेशन से टंकी चौराहे की तरफ वाले टर्न पर सब्जी का ठेला और दुकानों पर आए ग्राहकों के वाहन खड़े रहते हैं। ऐसे में यह जगह खतरनाक होती जा रही है, क्योंकि सिग्नल ग्रीन होने पर रोटरी के दोनों तरफ से वाहन आते हैं।
यह सुधार जरूरी
-चौराहों के लेफ्ट टर्न पर सड़क चौड़ी हो।
-वाहन चालकों को टर्न पर पार्किंग करने से रोकें।
-लेफ्ट टर्न पर छोटे डिवाइडर बनाएं या स्टापर की संख्या बढ़ाएं।
-खुले नाले को ढंकें और ऊंचे नालों का समतल करें।
-दुकानों के बाहर का अतिक्रमण हटाया जाए।
-ऑटो-मैजिक और ठेले वालों को दूर करें
-सिग्नल से गुजरने वाले लोगों को लेफ्ट टर्न के बारे में समझाइश देें, उन्हें बाये मुडऩे वाले वाहनों के लिए जगह छोडऩे के लिए कहें।
जरूरी सुधार करेंगे
लेफ्ट टर्न की सड़क सुधारने का जिम्मा लोक निर्माण विभाग का है, अगर वे नहीं सुधारते हैं तो निर्देश मिलने पर नगर पालिका की ओर से कार्य किया जाएगा। जीवाजी क्लब के पास खुले नाले को ढंका जाएगा। यहां रखे कचरा कंटेनर को भी हटाया जाएगा। दुकानों के बाहर अतिक्रमण हटाने के साथ ही ठेले वालों को हटाया जाएगा।
भूपेंद्र कुमार दीक्षित, सीएमओ, नगर पालिका शाजापुर
चालानी कार्रवाई करेेंगे
लेफ्ट टर्न की सड़क नगर पालिका को सुधारना है। फिलहाल यहां स्टॉपर की संख्या बढ़ाई जाएगी। सड़क चौड़ी होने के बाद यहां डेलिनेटर लगाए जाएंगे। लोगों को लेफ्ट टर्न पर नहीं रुकने की समझाइश दी जा रही है। जल्द ही नियमों का पालन नहीं करने वालों पर चालानी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
सत्येंद्र सिंह राजपूत, यातायात प्रभारी
Published on:
03 Mar 2022 11:50 am
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