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इस किसान ने कटवाया बिजली कनेक्शन, कर लिया खुद ने बिजली का उत्पादन

जल्द ही घर से भी अलविदा करेगा बिजली को, कई किसान प्रेरित हुए

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उन्हेल. बिजली कंपनी की संचालन व्यवस्था से किसानों में नाराजगी देखने को मिल रही है। यहां के एक किसान ने कृषि के क्षेत्र में पिछड़ जाने के पीछे बिजली कंपनी की व्यवस्था को दोषी मानते हुए बिजली कंपनी को कृषि क्षेत्र से अलविदा कह दिया है। इसके बाद किसान ने उर्जा विकास निगम का दामन थामते हुए सोर उर्जा को महत्व दिया है। नागदा-खाचरौद तहसील में यह पहला किसान है जिसे दो दिन पूर्व ही उर्जा निगम ने संचालन व्यवस्था प्रारंभ कर पहला हितग्राही बनाया है।
पत्रिका की टीम जब ग्राम पासलोद पहुंची तो कृषक ईश्वरसिंह बापू सिंह राजपूत से उसकी इस पहल का कारण पूछा तो उसने बिजली कंपनी की व्यवस्थाओ को परेशानी वाली बताने के साथ आर्थिक नुकसान के साथ पूरे समय वॉलटेज संकट बताते हुए सोर उर्जा से जुडऩे का फैसला लिया और फायदा भी बताया। किसान ईश्वरसिंह ने कहा कि बिजली कंपनी से 5 हास पॉवर का कनेक्शन लेने पर 18 हजार रुपए की राशि जमा करानी होती है और 1 वर्ष में 7 हजार रुपए का बिजली बिल अदा करना पड़ता है, लेकिन रुपए अदा करने के बाद भी बिजली कंपनी को जो सुविधा उपभोक्ता को देना चाहिए वह नहीं दे पाती है, जबकि उर्जा विकास निगम में जुडऩे की जानकारी ली तो केंद्र और राज्य सरकार की योजना के तहत उसे मात्र 72 हजार रुपए अदा करना पड़े जिसमें 85 प्रतिशत अनुदान का फायदा भी मिला और 5 एचपी की मोंटर पंप उसे 12 घंटे सेवा देता रहेगा और वहीं उसे 25 वर्ष की ग्यारंटी भी मिली, अब उसे प्रतिवर्ष कोई राशि अदा नहीं करना है।
दिन में मेहनत रात में सुकून
कृषक ने दौड़ भरी जिंदगी में कृषि के साथ सुकुन भी खेंाजा है, उसका कहना है कि बिजली कंपनी की व्यवस्था के तहत कृषि क्षेत्र में सिचाई के लिए बिजली सप्लाइ करने के लिए कंपनी देर रात से लेकर सुबह तक कभी भी टाइमिंग बनाकर बिजली सप्लाइ करती थी, तब रात्रि जागरण करना पड़ता था। उसमें वॉलटेज की समस्या आने पर सिचाई व्यवस्था चौपट हो जाती थी। किसान ने अब घर से भी बिजली कंपनी को अलविदा कहने का मन बना लिया है। सोर उर्जा की घरेलू योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन भी कर दिया है।
प्रेरणा मिली तो जुडऩे लगे किसान
ईश्वरसिंह के यहां प्लांट स्थापित होने के बाद जब पसलोद के किसानों ने इसे समझा तो बालाराम पिता कुुंवर ने भी बिजली कंपनी को अलविदा कहने के लिए सोर उर्जा निगम में ऑनलाइन आवेदन कर दिया है। ऐसे ओर भी कई किसान इस प्लांट को देखकर जानकारी जुटाने पासलोद पहुंच रहे है ।
300 फीट पर प्लांट
सौर उर्जा से संचालित इस प्लांट की एक यह विशेषता है कि यह प्लांट 300 फीट गहराई से पानी लाकर देता है, इससे ज्यादा निचले स्तर के जलस्तर पर यह प्लांट काम नहीं कर पाता है और निगम ने इसके लिए जिन किसानों के खेतों पर बिजली नहीं पहुंच रही है, उन्हे प्राथमिकता दी जा रही है ।
&हमसे कई किसान जुड़ रहे है। ग्राम पासलोद मे ईश्वरसिंह के यहा प्लांट की शुरूआत की है और सप्लाइ भी शुरू कर दी है। किसान निगम से जुड़ रहे है ।
अतुल शर्मा, जिला अधिकारी उर्जा विकास निगम उज्जैन