7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

दिनदहाड़े गैंगवार में पुलिस की दो बड़ी चूक सामने आई; महिला अफसर ने आरोपियों को छोड़ा! इधर फरार शहनवाज थाने में बेखौफ घूमता रहा

दुर्लभ कश्यप गैंग के ६ बदमाशों को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जबकि ५ फरार, बदमाशों की गर्लफ्रेंड्स भी पहुंची कोर्ट, गोली चलाने के बाद मंगलवार रात सभी आरोपियों को थाने से छोड़ दिया गया था

3 min read
Google source verification
Two major lapses of the police came to light in the broad daylight gang war; The female officer released the accused! Here the absconding Shahnawaz kept roaming fearlessly in the police station.

दिनदहाड़े गैंगवार में पुलिस की दो बड़ी चूक सामने आई; महिला अफसर ने आरोपियों को छोड़ा! इधर फरार शहनवाज थाने में बेखौफ घूमता रहा

उज्जैन. नानाखेड़ा क्षेत्र में थाने से महज 70 मीटर की दूरी पर दुर्लभ कश्यप और केकेसी गैंग में दिनदहाड़े गैंगवार में पुलिस की दो बड़ी चूक सामने आई हैं। महिला पुलिस अफसर ने गोली चलाने के बाद मंगलवार रात सभी 11 आरोपियों को थाने से छोड़ दिया था, जब एसपी ने कार्रवाई कहा तो फिर धरपकड़ शुरू की गई। इसके चलते 5 आरोपी अब भी फरार हैं। वहीं दूसरी चौंकाने वाली सूचना यह कि शहनवाज प्राणघातक हमले का फरार आरोपी है। वह थाने में बेखौफ घूमता रहा और थाना मुंशी उसे सुरक्षा देता रहा। जानकारी के अभाव में उसे गिरफ्तार नहीं कर पाए।
नानाखेड़ा क्षेत्र में केकेसी गैंग के शहनवाज और उसके साथियों पर गोली चलाने वाले ६ बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि ५ फरार है। पकड़ाए बदमाशों को पुलिस ने गुरुवार दोपहर कोर्ट में पेश किया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया। बदमाशों के पास से दो पिस्टल और दो बाइक जब्त हुई हैं। दोपहर में पुलिस बदमाशों को कोर्ट लेकर पहुंची तो सभी की गर्लफ्रेंड भी पहुंच गईं। जेल भेजते वक्त लड़कियों ने बदमाशों से बात करना चाही परंतु पुलिस ने रोक दिया। लड़कियां वाहन के पीछे-पीछे भैरवगढ़ जेल तक गई।
11 आरोपी पुलिस की पकड़ में आ चुके थे
यह बात सामने आ रही है कि मंगलवार शाम को नानाखेड़ा में फायङ्क्षरग के बाद पुलिस ने सभी 11 आरोपियों को पकड़ लिया था, जिनमें पांच नाबालिग थे। सभी को महिला पुलिस अधिकारी ने एक नेता का फोन आने के बाद छोड़ दिया था। इसकी जानकारी एसपी सचिन शर्मा को लगी तो उन्होंने कार्रवाई करवाई। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है, यह महज अफवाह है।
ये बदमाश हैं फरार
टीआइ कमल निगवाल ने बताया कि टीम ने बुधवार रात को ६ बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जबकि रोशन शर्मा, शानू बना, अभिषेक शर्मा, अभिषेक वाल्मीकि और नीलू संगत फरार हंै। सभी के खिलाफ ३०७, २५-२७ आम्र्स एक्ट सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है।
शहनवाज फरार चल रहा, पुलिस को पता नहीं
दुर्लभ कश्यप गैंग के बदमाशों ने केकेसी सरगना शहनवाज पर गोली चलाने की वारदात ने पुलिस की नींद ***** कर रखी है। चौंकाने वाली बात यह कि शहनवाज प्राणघातक हमले का फरार आरोपी है। उसने साथी अजमुल के साथ 2 मई 2022 को जूना सोमवारिया रिंग रोड पर अभिषेक मारू निवासी ढोली गली के पैर पर गोली मारी थी। हालांकि उसके परिजन का कहना है, वह उस समय रोजे से और मस्जिद में था। पुलिस को शंका थी कि रंजिश के चलते अभिषेक ने शहनवाज पर आरोप लगाए हैं परंतु पुलिस ने मारू की शिकायत पर शहनवाज और अजमुल के खिलाफ 307 में केस दर्ज किया था, तभी से दोनों फरार हैं। बड़ी बात यह कि उसकी फरारी के बारे में जीवाजीगंज पुलिस को जानकारी नहीं थी और कोर्ट मुंशी ही उसे घर तक छोडऩे जा रहा था। हालंकि जीवाजीगंज टीआइ राकेश भारती का कहना है, दोनों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
थाने में दो-ढाई घंटे रहा
मजे की बात यह भी कि फरार आरोपी ने नानाखेड़ा थाने पहुंचकर दुर्लभ गैंग के 11 आरोपियों के खिलाफ 307 में केस दर्ज कराया। करीब दो से ढाई घंटे आरोपी थाने में रहा। बावजूद इसके पुलिस को भनक तक नहीं लगी कि यह फरार चल रहा है।
शहनवाज की हत्या की रची थी साजिश
सोशल मीडिया पर डाला, जो बदला लेगा वहीं गैंग का उत्तराधिकारी: केकेसी (कुत्ती कमीनी चीज गैंग) के सरगना शहनवाज और दुर्लभ कश्यप गैंग के बदमाशों में रंजिश है। दुर्लभ की चाकुओं से गोदकर हत्या के आरोपी शहनवाज और उसके साथी हैं। दुर्लभ को दो दर्जन से ज्यादा घाव लगे थे, तब से दोनों गैंग के बदमाश एक-दूसरे की हत्या की फिराक में रहते हैं। दुर्लभ गैंग के कई बदमाशों ने तो सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी प्रोफाइल में लिख रखा है कि जो भी दुर्लभ के हत्यारों का मर्डर करेगा, वही गैंग का उत्तराधिकारी और सरगना बनेगा।
& ६ बदमाशों को पकड़ा और कोर्ट में पेश कर जेल भेजा है। पांच की तलाश कर रहे हैं। महिला अधिकारी द्वारा थाने से छोडऩे की बात अफवाह है, जिम्मेदार अधिकारी ऐसा नहीं कर सकते।
गुरुप्रसाद पाराशर, एएसपी