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उन्नाव

कोविड-19 के कोई सिम्टम्स नहीं, पॉजिटिव बता भेज दिया कोविड-19 मेडिकल कॉलेज, आरोप – मिली मौत

नवाबगंज स्थित सरस्वती मेडिकल कॉलेज पर पुत्र का गंभीर आरोप, ऑक्सीजन के अभाव में मां की मौत, मौत के बाद भी आईसीयू में भर्ती के नाम पर खेलते रहे
 

उन्नावApr 18, 2021 / 06:40 pm

Narendra Awasthi

कोविड-19 के कोई सिम्टम्स नहीं, पॉजिटिव बता भेज दिया कोविड-19 मेडिकल कॉलेज, आरोप - मिली मौत

कोविड-19 के कोई सिम्टम्स नहीं, पॉजिटिव बता भेज दिया कोविड-19 मेडिकल कॉलेज, आरोप – मिली मौत

उन्नाव. सरस्वती मेडिकल कॉलेज कोविड-19 हॉस्पिटल नवाबगंज के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाया है। पंकज त्रिपाठी पुत्र देवेंद्र त्रिपाठी निवासी बिलसी माखी ने बताया कि दुर्घटना में मां का पैर फैक्चर हो गया था। अस्पताल दिखाने के लिए ले गए थे। जहां उन्हें कोविड-19 पॉजिटिव घोषित कर दिया गया। जबकि उन्हें कोविड-19 के कोई भी सिम्टम्स नहीं थे। बिना रिपोर्ट दिखाएं मां को सरस्वती मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। जहां कि अव्यवस्था व घोर लापरवाही के कारण उनकी मां की मौत हुई। सीएमओ ने कहा कि जांच के बाद ही कुछ बताया जा सकता है।

 

माखी थाना क्षेत्र निवासी अशोक कुमारी की हुई मौत

माखी थाना क्षेत्र के बिल्सी गांव निवासी अशोक कुमारी (62) पत्नी देवेंद्र त्रिपाठी कि आज नवाबगंज स्थित सरस्वती मेडिकल कॉलेज कोविड-19 हॉस्पिटल में मौत हो गई। पुत्र पंकज त्रिपाठी ने बताया कि वह विगत 5 दिनों से जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी से होम आइसोलेशन के लिए लगातार मांग कर रहे थे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ विवेक गुप्ता से मां की छुट्टी करने को भी कहा। लेकिन प्रभारी चिकित्सा अधिकारी छुट्टी करने से इंकार कर दिया। बोले चाहे जितना जोर लगा लो छुट्टी नहीं दूंगा। मुझे अपनी नौकरी दांव पर नहीं लगानी है।

 

ऑक्सीजन के अभाव में हुई मौत

पंकज त्रिपाठी ने बताया कि ज्यादा दबाव बनाने पर बीती रात मां का ऑक्सीजन हटा दिया गया। आज सुबह मां ने फोन पर बताया कि उलझन हो रही है। मौके पर गया तो देखा मां तड़प रही थी। उनका उपचार नहीं हो रहा था। ऑक्सीजन भी नहीं लगा था। जिससे एक बजे के लगभग उनकी मौत हो गई। मौत के बाद भी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी उन्हें मूर्ख बनाते रहे कि मां का उपचार आईसीयू में हो रहा है। जब उन्होंने कहां की मां की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी मानने को तैयार नहीं था। काफी जद्दोजहद के बाद अस्पताल प्रशासन मां की मौत को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि मां के साथ खेल किया गया है।

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