सैयद हसन सफवी ने कहा कि उनकी जिले के अधिकारियों से बातचीत हुई है। जिसमें उन्होंने बताया कि उन्नाव में कुछ पोस्टर लगाए गए हैं। जिसमें यह बताया गया है कि शुक्रवार के दिन बाजार बंद रखने की घोषणा की गई है। उन्होंने बताया कि उन्नाव के किसी मुस्लिम संगठन की तरफ से बंद की घोषणा नहीं की गई है। ना हमारे और ना ही किसी अन्य मुस्लिम संगठन की तरफ से। यह काम किसी शरारती तत्वों का है। उन्होंने आम लोगों से कहा है कि इसकी तरफ बिल्कुल ध्यान ना दें। जैसे रोज कारोबार करते हैं, वैसे करते रहें। यह पोस्टर लगाकर किसी ने गंगा जमुनी तहजीब को खराब करने की कोशिश की है। मगर ऐसा नहीं होगा। यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि हर चीज का ख्याल रखें।
धर्म गुरुओं को प्रशासन और पुलिस की व्यवस्था के विषय में बता दिया गया
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने कहा है कि आज उन्नाव और शुक्लागंज के लोगों के साथ पीस कमेटी की बैठक आयोजित की गई है। इस मौके पर दोनों धर्मों के धर्मगुरु भी मौजूद थे। जनपद में शांति व्यवस्था बनाए रखने की पूरी व्यवस्था की गई है। किसी के बहकावे में ऐसा कोई कार्य न करें। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासनिक और पुलिस की व्यवस्था के विषय में धर्म गुरुओं को जानकारी दे दी गई है। दोनों ही संप्रदाय के धर्मगुरुओं ने आश्वस्त किया है कि कहीं भी किसी प्रकार की कोई बात नहीं होगी। अगर कोई व्यक्ति अराजकता फैलाने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करवाने में मदद करेंगे।
बंदी के पोस्टर के संबंध में जिलाधिकारी ने कहा कि यह किसी की शरारत है। किसी ने भी इस पोस्टर को लेकर क्लेम नहीं किया है। उसने लगाने वाले व्यक्ति को चिन्हित किया जा रहा है। उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने बताया कि इस पोस्टर को किसी भी धर्म गुरु ने स्वीकार नहीं किया है एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जब विवादित पोस्टर या बैनर छपता है तो या जानने का प्रयास होता है कि यह किधर से आया है। जब इस संबंध में धर्म गुरुओं से बातचीत हुई तो उन्होंने इस तरह की किसी पोस्टर से इनकार कर दिया।