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फर्जी शिक्षक नियुक्ति अपडेट: पुत्र के बैंक अकाउंट से पिता करता था लेनदेन, चयन बोर्ड कर्मी भी गिरफ्तार

शिक्षक फर्जी नियुक्ति मामले में एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। अब तक शिक्षा विभाग और चयन बोर्ड से जुड़े लोगों में सात को गिरफ्तार किया है। जिसमें बनारस के रहने वाले पिता पुत्र भी शामिल है।

कानपुरJun 10, 2024 / 08:35 am

Narendra Awasthi

यूपी के कानपुर में फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें बनारस के रहने वाले पिता पुत्र भी शामिल है। गिरोह के सदस्यों ने चयन बोर्ड से नौ शिक्षकों को फर्जी नियुक्ति का ईमेल भेजा था। जिसमें चयन बोर्ड का एक संविदा कर्मी भी शामिल है। गिरफ्तार लोगों में शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी शामिल हैं। जिसमें एक सेवानिवृत्ति डीआईओएस भी है। एसटीएफ की पूछताछ कई अन्य नाम भी सामने आ रहे हैं।
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फर्जी शिक्षक नियुक्ति मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक अरुण कुमार ने कर्नलगंज थाना में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था। जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जिसने बीते रविवार को बनारस के जैतपुर से महेंद्र पांडे और उनके पुत्र प्रकाश पांडे को गिरफ्तार किया है। जिसमें महेंद्र पांडे चित्रकूट इंटर कॉलेज नक्की घाट बनारस से गणित के सेवानिवृत्ति प्रवक्ता है। जबकि पुत्र प्रकाश पांडे गांधी इंटर कॉलेज महाराजगंज में हिंदी का प्रवक्ता है।
26 अक्टूबर को आया था ईमेल

कानपुर डीआईओएस कार्यालय में 26 अक्टूबर को एक ईमेल आता है। जिसमें 9 शिक्षकों को नियुक्ति कराने का आदेश था। यह ईमेल फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति से जुड़ा है। जिन नौ शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया था। उनमें रिचा पांडे निवासी बनारस, विनीता देवी निवासी मिर्जापुर, अशोक कुमार पांडे निवासी मिर्जापुर, नितिन कुमार निवासी मुजफ्फरनगर, विनय सिंह निवासी प्रयागराज, स्वाति द्विवेदी निवासी प्रयागराज, ज्योति यादव निवासी मेरठ, विनीत चौधरी निवासी मेरठ, अरविंद सिंह यादव निवासी सीतापुर शामिल है।
गिरफ्तार अन्य अभियुक्तों में यह भी शामिल

एसटीएफ ने काशी प्रसाद जायसवाल निवासी मिर्जापुर, दिनेश पांडे संचालक जूनियर हाई स्कूल लाल डिग्गी अभिनव त्रिपाठी लैब टेक्नीशियन केवी पीजी डिग्री कॉलेज मिर्जापुर, लाल सिंह सेवानिवृत्ति लिपिक माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, शिवम विश्वकर्मा संविदा कर्मी कंप्यूटर ऑपरेटर चयन बोर्ड कार्यालय प्रयागराज झूंसी, विवेक त्रिवेदी द्विवेदी निवासी डोकरी नवाबगंज को बीते 6 जून को गिरफ्तार कर लिया गया था। जिनसे पूछताछ के बाद मास्टरमाइंड महेंद्र पांडे और उनके बेटे प्रकाश पांडे को गिरफ्तार किया है।
सभी के अलग-अलग कार्य

डीसीपी सेंट्रल आर एस गौतम ने बताया कि गिरोह को दो भागों में बांटा गया था। जिसमें एक का नेतृत्व महेंद्र पांडे कर रहा था। जो माध्यमिक शिक्षक सेवा चयन बोर्ड के कार्यालय से शिक्षकों के समायोजन के विषय में जानकारी प्राप्त करता था। जिसमें माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के सेवानिवृत लिपिक लाल सिंह का सहयोग मिलता था। जो माध्यमिक शिक्षक सेवा चयन बोर्ड से में संपर्कों का लाभ उठाकर डीआईओएस को ईमेल करता था। लाल सिंह पहले भी जेल जा चुका है। दूसरा गिरोह कानपुर के शिक्षा विभाग से जुड़ा है। जिसमें अभिनव त्रिपाठी और दिनेश पांडे शामिल है। जो शिक्षा अधिकारियों और स्कूल प्रबंधक से तालमेल बनाकर काम करता था।
महेंद्र पांडे ने बेटे को भी किया शामिल

शिक्षक नियुक्ति फर्जीवाड़ा का मास्टरमाइंड महेंद्र पांडे ने अपने बेटे प्रकाश पांडे को भी इसमें शामिल किया। उसके बैंक अकाउंट में कमाई का हिस्सा मंगवाता था। लेन-देन का प्रमाण भी एसटीएफ के हाथ लगा है। चार लाख रुपए पुत्र के खाते में मंगाया गया था। अब तक एसटीएफ ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।

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