अजमेर. खेल जिंदगी को सदैव अनुशासित रखते हैं। खेलकूद में अथक परिश्रम, लगन और एकाग्रता के बूते ही व्यक्ति लक्ष्य तक पहुंचता है। यह बात राष्ट्रीय राइफल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रनिन्दर सिंह पटियाला ने गुरुवार को मेयो कॉलेज गल्र्स स्कूल में वार्षिक खेलकूद पुरस्कार वितरण समारोह में कही। इस दौरान संयोगिता हाउस को बेस्ट मार्चिंग ट्रॉफी प्रदान की गई।
रनिन्दर ने कहा कि खेलों ने मुझे हमेशा आगे बढऩे का जज्बा सिखाया। मैंने खेल से ही शूटिंग में एकाग्रता और मेहनत करना सीखा। वास्तव में खेल हमें अनुशासित और एकाग्रता की सीख देते हैं। छात्राओं को चुस्त-दुरुस्त रहने के लिए खेलने के साथ-साथ योग और व्यायाम करना चाहिए। इससे पूर्व 100, 200 मीटर बाधा दौड़ 4 गुणा 100 मीटर रिले रेस का आयोजन हुआ।
विभिन्न कक्षाओं की छात्राओं ने म्यूजिकल ड्रिल प्रस्तुत की। जिम्नास्टिक में छात्राओं का प्रदर्शन देखकर अभिभावकों और अतिथियों ने तालियां बजाई। इस दौरान प्राचार्य कंचन खांडके, पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह, पूर्व सांसद इज्येराज सिंह और अन्य मौजूद रहे।
शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुति
छात्राओं ने शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। दिव्या ङ्क्षजदल और अन्य ने हरियाणवी नृत्य, अनन्या सिद्धू और अन्य ने कत्थक, जारा कृष्णनन, जोया और अन्य ने ओडिशी नृत्य प्रस्तुत किया। इसी तरह साध्या जैन और अन्य ने भरतनाट्म, प्रदर्शना, गौरीशा और अन्य ने वेस्टर्न डांस की पेश किया। अंग्रेजी नाटक तोता कहानी ने प्राचीन और मौजूदा शैक्षिक वातावरण को उजागर किया। ऑर्केस्ट्रा में छात्राओं ने तबला, सितार, हारमोनियम, वायलेन, जायलोफोन और अन्य वाद्य यंत्रों पर सुंदर धुनें बजाई।
प्रदर्शनी में दिखी प्रतिभा
प्रदर्शनी में छात्राओं ने पेपर मैशे से बने लिफाफे, बैग, मिट्टी की मूर्तियां, दीपक, लैंप, हस्त निर्मित उत्पाद प्रदर्शित किए। इसके अलावा पेंटिंग्स में ग्रामीण जीवन, मेले, दिवाली और अन्य त्यौंहार की झलक दिखी। इतिहास, हिन्दी, अंग्रेजी, कम्प्यूटर, गणित, विज्ञान और अन्य विषयों पर मॉडल, चार्ट प्रदर्शित किए गए।