संसद के मानसून सत्र की शुरुआत इस उम्मीद के साथ हुई थी कि जनता के मुद्दों पर सार्थक चर्चा होगी और उसे राहत पहुंचाने के लिए विशेष बिल लाए जाएंगे। मगर सत्र का पहला हफ्ता हंगामे में ही बीत गया। लिहाजा, जनता के कामकाज नहीं हुए। सदन में चल रहे गतिरोध तोड़ने के लिए स्पीकर ओम बिरला ने सर्वदलीय बैठक बुलाई और सदस्यों से सदन को सुचारू रूप से चलने देने का आग्रह किया। इस पर कई मुद्दों पर सहमति बनी और ये तय हुआ कि सोमवार से सदन की कार्यवाही सुचारू चलेगी। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर के मुद्दे पर चर्चा होगी।