जयपुर. उत्तर-पश्चिम रेलवे का जोधपुर मंडल एक रुपया कमाने के लिए 67.58 पैसे खर्च कर रहा है। इस तरह से 32.42 पैसे की बचत हो रही है। हाल में किए गए आकलन में जोधपुर मंडल ने सभी मदों में पर्याप्त व्यय के बाद प्रत्येक एक रुपए पर 32.42 पैसे बचाए। वहीं मंडल ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 2177 करोड़ रुपए की रेकॉर्ड वार्षिक कमाई कर नए आयाम स्थापित किए हैं। मंडल ने वर्ष 2022-23 के दौरान अपने हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 2177 करोड़ 34 लाख रुपए का उल्लेखनीय वार्षिक राजस्व अर्जित किया है, जो वित्तीय वर्ष 2021- 22 की वार्षिक आय 1911 करोड़ रुपए से करीब 14 प्रतिशत अधिक है। डीआरएम ने बताया कि मंडल ने प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी माल ढुलाई से सर्वाधिक राजस्व अर्जित कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक विक्रम सिंह सैनी ने बताया कि जोधपुर मंडल को वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 2177 करोड़ 34 लाख रुपए का राजस्व मिला। जिसमें माल भाड़ा से सर्वाधिक 1303 करोड़, यात्री आय से 643 करोड़ , अन्य कोचिंग मद से 73 करोड़ व अन्य स्रोतों से 159 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ जो अब तक का सर्वाधिक है।
माल ढुलाई से सर्वाधिक राजस्व
जोधपुर मंडल ने माल ढुलाई से सर्वाधिक आय अर्जित कर भारतीय रेलवे के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया है। इस मद में मंडल ने विगत वर्ष के 1269 करोड़ रुपए के मुकाबले 2022-23 में 1303 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल किया है, जो 34 करोड़ रुपए अधिक है। गत वर्ष जोधपुर से बांग्लादेश, आसाम व नेपाल तक माल लदान हुआ। जैसलमेर के सोनू से देश के विभिन्न हिस्सों के लिए लाइम स्टोन का लदान किया गया। मारवाड़ मूंडवा में गति शक्ति मल्टीमॉडल कार्गो टर्मिनल से सीमेंट व क्लिंकर का लदान आरंभ होने से भी मंडल की आय में वृद्धि हुई।
किस मद में कितनी वृद्धि
वर्ष 2022-23 के दौरान जोधपुर मंडल की कोचिंग आय में 53.40 प्रतिशत, माल लदान में 2.71 फीसदी तथा अन्य स्रोतों में 9.78 प्रतिशत अधिक राजस्व अर्जित हुआ। इस तरह सभी मदों में उसके राजस्व में 13.84 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज की गई।
इनका कहना है
जोधपुर रेल मंडल के अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी मेहनत और निष्ठा से कार्य करते हुए मंडल को प्रत्येक क्षेत्र में नई बुलंदियों तक पहुंचाया है। माल लदान, यात्री कोचिंग, टिकट चैकिंग, पार्सल व अन्य स्रोतों से उल्लेखनीय राजस्व अर्जित कर भारतीय रेलवे के विकास में योगदान दिया है।
-पंकज कुमार सिंह, डीआरएम ,जोधपुर