सरकार के तमाम दावों के बीच आज प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो गई है. सीकर अपहरण मामले के बाद कोटा में नवविवाहिता दुल्हन अपहरण कांड में पीड़ित पिता को इतना सदमा लगा कि देर रात उसकी संदिगध परिस्थितियों में मौत हो गई. इधर घटना को लेकर गुस्साए परिजनों ने मोर्चरी के बाहर जमकर हंगामा किया … बताया जा रहा है कि अपह्रत युवती के पिता को इस मामले से गहरा सदमा लगा था … अपहरण की घटना के बाद से वे बेहद तनाव में थे और किशोरपुरा थाने के उन्होंने कई चक्कर लगाए.. लेकिन घटना के 4 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के पास कार्यवाही के नाम पर सिर्फ आश्वासन था ओर ऐसे में एक पिता की हिम्मत टूट गई ओर अपनी बेटी को खोने के गम में जिंदगी को अलविदा कह दिया.. परिवार में पहले ही अपनी नवविवाहिता बेटी के अपहरण का सदमा था वहीं अब हिम्मत हार चुके एक लाचार पिता की मौत के बाद परिवार पूरी तरह से बदहाल हो चुका है..ऐसे में सवाल उठता है कि राजस्थान में क्या पुलिस अपनी जिम्मेदारी से बच रही है?