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नागौर

विधायक व उपखण्ड अधिकारी ने किया खुले बोरवेल को ढकने का आह्वान

मूण्डवा (नागौर). चुनाव के दौरान तथा उससे पहले के गिले शिकवे भूलाकर अब सरकार की मंशा के अनुसार विकास कार्य होगा। विचारधारा कोई भी हो, बिना भेदभाव के विकास का लाभ अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को भी मिलेगा। इसके लिए हम सबको मिलकर काम करना है। यह विचार खींवसर के नवनिर्वाचित विधायक रेंवतराम डांगा ने शुक्रवार को मूण्डवा में व्यक्त किए।

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मूण्डवा पंचायत समिति में विधायक रेंवतरामडांगा का सम्मान समारोह

मूण्डवा (नागौर). चुनाव के दौरान तथा उससे पहले के गिले शिकवे भूलाकर अब सरकार की मंशा के अनुसार विकास कार्य होगा। विचारधारा कोई भी हो, बिना भेदभाव के विकास का लाभ अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को भी मिलेगा। इसके लिए हम सबको मिलकर काम करना है। यह विचार खींवसर के नवनिर्वाचित विधायक रेंवतरामडांगा ने शुक्रवार को मूण्डवा में व्यक्त किए।

मूण्डवा पंचायत समिति के स्टाफ व जनप्रतिनिधियों की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में डांगा ने कहा कि मैं साधारण किसान हूं, आपका प्रतिनिधि बनकर काम करूंगा। डांगा का विधायक बनने के बाद पहली बार मूण्डवा पहुंचने पर गाजे-बाजे से स्वागत किया गया। मूण्डवा बस स्टैंड से डांगा पंचायत समिति में बनाए गए पांडाल तक पैदल ही पहुंचे। इस दौरान दुकानदारों ने भी मालाएं पहनाकर स्वागत किया।

समारोह में विधायक व उनकी पत्नी मूण्डवा प्रधान गीता डांगा का इक्यावन किलो फूलों की माला पहनाकर सम्मान किया गया। इस दौरान उपखण्ड अधिकारी लाखाराम चौधरी, बीडीओ अमित कुमार चौधरी, डिप्टी गोपालसिंह ढाका, तहसीलदार बुधाराम सोऊ, युवा नेता राजेश ईनाणियां, ग्राम विकास अधिकारी संघ मूण्डवा के ब्लॉक अध्यक्ष श्रवण लवाईच, महेश बंग, पूर्व पालिका अध्यक्ष घनश्याम सदावत, हड़मानाराम नराधणियां, सरपंच संघ के ब्लॉक अध्यक्ष शिवकरण धोलिया सहित कई जनप्रतिनिधियों ने माला व साफा पहनाकर स्वागत किया।

खुले बोरवेल ढकने का आह्वान

समारोह में विधायक डांगा व उपखण्ड अधिकारी लाखाराम चौधरी ने जनप्रतिनिधियों व मौजीज लोगों से आग्रह किया कि अपने क्षेत्र में कोई भी बोरवेल खुला नहीं रहे। सरकारी बोरवेल चिह्नित करके बंद करवाए जा रहे हैं। कोई निजी बोरवेल भी खुला ना रहे, ताकि कोटपुतली जैसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो। दोनों ने खासतौ पर जनप्रतिनिधियों का आह्वान किया कि अपने स्तर पर प्रयास करें और लोगों को इस संबंध में जागरूक करें। एक छोटी सी पहल किसी की जिंदगी बचा सकती है। इस कार्य को एक मुहिम के रूप में लिया जाना चाहिए।