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VIDEO…प्रसव के दौरान महिला की मौत, परिजनों ने चिकित्सकों पर लगाए उपचार में लापरवाही के आरोप, किया चक्काजाम

- लापरवाह चिकित्सको पर कार्यवाही व पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता की मांग को लेकर किया प्रदर्शन, लगाया जाम

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नीमच। नीमच जिला चिकित्सालय आए दिन किसी ने किसी मामले को लेकर सुर्खियों में बना रहता है ऐसा ही एक मामला रविवार को सामने आया जिसमें शनिवार देर रात चिकित्सकों की लापरवाही के चलते प्रसव के दौरान एक 26 वर्षीय महिला की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और महिला चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही के आरोप लगाए साथ ही आर्थिक सहायता एवं चिकित्सक पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन करते हुए कंट्रोल रूम के सामने मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना पर एसडीम ममता खेडें तहसीलदार पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और मामले में समझाइए देकर जाम खुलवाया गया।

मृतक महिला के परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि नीलम पति राहुल लोधा उम्र 26 वर्ष निवासी बघाना लोधी मोहल्ला को 15 सितंबर को नीमच जिला चिकित्सालय भर्ती कराया गया था। जहां किसी भी चिकित्सक द्वारा उसे नहीं देखा गया, बाद में डॉक्टर सुजल गुप्ता द्वारा नीलम का उपचार प्रारंभ किया गया। जिस पर उन्होंने अपने निजी नर्सिंग होम पर हमें बुलाया और वहां नीलम का उपचार प्रारंभ किया गया। जिसकी हमारे द्वारा राशि भी जमा कराई गई थी, परिजनों ने बताया कि सुजल गुप्ता द्वारा मांगी गई 2000 की फीस के अतिरिक्त इंजेक्शन और 400 अतिरिक्त शुल्क भी हमारे द्वारा दिया गया है। जब नीलम की तबीयत बिगडऩे लगी तो डॉक्टर सुजल गुप्ता ने उसे नीमच जिला चिकित्सालय भेज दिया। जहां अधिनस्थ स्टाफ द्वारा डॉ सुजल गुप्ता के द्वारा फोन पर दिए गए निर्देश अनुसार डिलीवरी करवाई इस दौरान नॉर्मल डिलीवरी सफल रूप से हुई। परंतु अचानक दो घंटे बाद में नीलम की अधिक रक्त स्त्राव होने से तबीयत बिगड़ गई और इसी दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं कांग्रेस नेता उमराव सिंह गुर्जर और तरुण बाहेती ने भी जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।

चिकित्सक की घोर लापरवाही
महिला की नॉर्मल डिलीवरी होने के बाद उसकी देखरेख के अभाव में उसकी तबीयत बिगड़ी और मौत हुई है, यह चिकित्सकों की लापरवाही है। वह निजी देखने के चलते ध्यान नहीं देते है। पीडि़त से प्राइवेट उपचार कराकर भी रुपए लिए गए। जो कि गलत है, गरीब व्यक्ति ही शासकीय अस्पताल में आता है, उसके साथ भी लूटखसोट गलत है। चिकित्सा में लापरवाही के चलते उसकी मौत हुई है। जिसके चलते परिजनों में आक्रोश था, शासन ने पीडि़त गरीब परिवार की आर्थिक सहायता की मांग और लापरवाह चिकित्सकों पर कार्रवाई की मांग कर विरोध किया गया था। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी ने तत्कालीन २० हजार रुपए की आर्थिक सहायता और संबल योजना काड्र से चार-पांच लाख की सहायता का प्रस्ताव बनाकर मुख्यमंत्री को भेजने की बात कही है। गरीब बच्चों की मां मृत होने पर प्रत्येक बच्चे को प्रति माह दो हजार भरणपोषण की आर्थिक सहायता मंजूर की है।
– तरूण बाहेती, कांगे्रस नेता नीमच।

अधिक खून बहने से हुई मौत
महिला की रात में नॉर्मल डिलीवरी हुई थी, उसके दो घंटे बाद उसे अधिक रक्त स्त्राव होने लगा। यह कई प्रकार की कमजोरी के कारण होता है। यह हजारो केस में एक प्रतिशत महिलाओं में होता है। जिसके चलते महिला की हालत गंभीर हो गई और उससे उसकी मौत हुई है। पीडि़त परिजनों के आरोप के चलते जांच टीम गठित कर दी है। जांच के अनुसार अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ. महेंद्र पाटिल, सिविल सर्जन जिला अस्पताल नीमच।

जांच टीम गठित की गई है
बीती रात प्रसव उपरांत एक महिला की मौत हुई है परिजनों द्वारा जांच और डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की जा रही है, जिसके लिए जांच कमेटी के निर्देश दिए हैं। समीक्षा कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। आर्थिक सहायता व तीनों बच्चों को मुख्यमंत्री योजना के तहत पढ़ाई व लालन पोषण का खर्चा भी दिया जाएगा। परिजनों ने चिकित्सक पर आरोप लगाए हैं, परिजनों के कथन और एविडेंस के आधार पर चिकित्सा एक्ट में जांच समीक्षा के बाद दोषी पर कार्यवाही की जाएगी।
– ममता खेड़े, एसडीएम नीमच।