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एक कमरे में दो छात्राओं को रोकने के फैसले से छात्राओं का फूटा गुस्सा, मेस में मिल रहा बेस्वाद खाना

डॉ. हरिसिंह गौर विवि केरानी लक्ष्मीबाई गल्र्स हॉस्टल में रहने वाली छात्राएं इन दिनों बहुत परेशान हैं। छात्रावास में सुविधाएं ना मिलने से पढ़ाई का माहौल खराब हो रहा है। शुक्रवार को छात्राओं का गुस्सा फूट गया। छात्राएं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों के साथ प्रशासनिक भवन के बाहर धरने पर बैठ गई।

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सागर

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Reshu Jain

Jun 08, 2025

डॉ. हरिसिंह गौर विवि की रानी लक्ष्मीबाई गल्र्स हॉस्टल की छात्राओं ने किया हंगामा, विभिन्न मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन

सागर. डॉ. हरिसिंह गौर विवि केरानी लक्ष्मीबाई गल्र्स हॉस्टल में रहने वाली छात्राएं इन दिनों बहुत परेशान हैं। छात्रावास
में सुविधाएं ना मिलने से पढ़ाई का माहौल खराब हो रहा है। शुक्रवार को छात्राओं का गुस्सा फूट गया। छात्राएं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों के साथ प्रशासनिक भवन के बाहर धरने पर बैठ गई। घंटों तक विरोध प्रदर्शन किया।
छात्रावास में सुविधाएं बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की। छात्रावास में रहने वाली छात्राओं ने बताया कि जहां पहले एक छात्रा के लिए एक कमरा दिया जाता था, अब बिना पूछे उसी कमरे में दो लड़कियों को रखने की तैयारी है। ये फैसला बिना सहमति और जानकारी के लिया गया है। एक कमरे में दो छात्राओं को रुकने के लिए जगह नहीं है। छोटे कमरे में अब दो स्टडी टेबल और डबल ऑक्यूपेंसी लगाने की तैयारी है। एक बेड के ऊपर ही दूसरा बेड बनने से खिडक़ी बंद हो रही हैं। कमरे में हवा ना आने से हम लोगों का दम घुट जाएगा। पहले से ही 200 से ज्यादा लड़कियां हैं और अब डबल ऑक्यूपेंसी से संख्या 400 तक बढ़ेगी। वॉशरूम, वेंटिलेशन और पानी सप्लाई जैसी सुविधा नहीं है।

22 लड़कियों के लिए केवल दो टॉयलेट
छात्रावास में छात्राओं की संख्या बढ़ाई जा रही है, लेकिन छात्राओं के लिए कोई सुविधा नहीं मिल रही है। 22 लड़कियों पर सिर्फ 2 टॉयलेट है और कभी-कभी पानी नहीं आता है। सुबह पढ़ाई की जगह हमें लंबी कतारों में खड़े होना पड़ता है। टॉयलेट और कमरे की दीवारों से पानी टपक रहा है। लकड़ी का फर्नीचर खराब हो गया है। छत में भी दरारें हैं। इससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

मेस में मिल रहा बेस्वाद खाना
चार हॉस्टल का खाना एक ही ठेकेदार बना रहा है। कभी खाना अधपका होता है और कभी उसमें कीड़े निकलते हैं। खाना भी बेस्वाद बनाया जा रहा है। छात्राओं ने बताया कि बाहर से टिफिन भी मंगाने की इजाजत नहीं है। मेस ठेके की कोई भी जानकारी न वेबसाइट पर है, न नोटिस बोर्ड पर। इससे विश्वविद्यालय की जवाबदेही पर सवाल उठते हैं। खाना खराब होने की वजह से बीमारी बढ़ती है।

इन्होंने सौंपा ज्ञापन
ज्ञापन देने वालों में प्रिंस तिवारी, जिला संयोजक दीनदयाल सिंह ठाकुर, विश्विद्यालय अध्यक्ष अनिकेत कुर्मी, छात्रावास प्रमुख स्वाति राउत, सोनिया, मयंक कश्यप, गौरव मिश्रा, अनुराग देव पांडे, अमर मेहरा, दुष्यंत यादव, करण ग्वालवंशी, दीपक यादव,रजनीश वर्मा, विवेक खरे, नयन त्रिपाठी व रानी लक्ष्मीबाई छात्रावास की समस्त छात्राएं मौजूद रहीं।