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शारीरिक संबंध बनाने से जुड़े कुछ मिथक, जिनका सच जानने से रिश्ते में नहीं होगी गलतफहमियां

हमारे समाज में ज्यादातर लोग शारीरिक संबंध से जुड़ी कोई भी बात करने से कतराते हैं, इसे हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं माना जाता है, जबकि ये जीवन का सच है और हमें इससे जुड़े कुछ मिथक हैं जिनके बारे में जानना बहुत जरूरी है। इसको जानने से रिश्तों में गलतफहमियां कम होंगी।

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Sex Myths: हमारे समाज में ज्यादातर लोग शारीरिक संबंध से जुड़ी कोई भी बात करने से कतराते हैं, इसे हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं माना जाता है, जबकि ये जीवन का सच है और हमें इससे जुड़े कुछ मिथक हैं जिनके बारे में जानना बहुत जरूरी है। इसको जानने से रिश्तों में गलतफहमियां कम होंगी।

सेक्स से बढ़ता है कैंसर का खतरा

कई शोध में ऐसा कहा गया है कि यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में 70 वर्ष की आयु से पहले कैंसर का निदान होने की संभावना कम होती है। जिन पुरुषों को बार-बार कामोन्माद का अनुभव होता है, उनमें उन लोगों की तुलना में मृत्यु दर 50% कम होती है जो अक्सर सेक्स नहीं करते हैं। इसलिए आपको इस मिथक के बारे में ज्यादा विचार करने की जरूरत नहीं है।

दवाएं यौन जीवन को प्रभावित कर सकती हैं

कई बार ऐसा कहा जाता है कि आप अगर किसी शारीरिक समस्या के लिए दवाएं लेते हैं और वो बहुत ही हार्ड है तो आपका यौन जीवन प्रभावित हो सकता है, लेकिन ये सच नहीं है। हालांकि,आपको एसटीडी और एसटीआई से खुद को बचाने के लिए हमेशा सावधानी बरतनी चाहिए। लेकिन अगर आपको यौन बीमारी के लिए डॉक्टर कोई दवा लेने की सलाह देते हैं तो वह आपको नुकसान नहीं देगी।

संबंधों की शुरुआत पहले पुरुष को करनी चाहिए

महिलाएं अक्सर ऐसा सोचती हैं कि पुरुषों को ही पहले शारीरिक संबंधों की शुरुआत करनी चाहिए। ऐसा बिल्कुल नहीं है। दरअसल, इसमें दोनों की ही भागीदारी एक समान रूप से होनी चाहिए। कई महिलाएं अपनी इच्छा को छिपाती हैं।

पहली बार ब्लीडिंग न होना यानी महिला कुंवारी नहीं है

यह पूरी तरह से गलत धारणा है। कई पुरुष सोचते हैं कि पहली बार शारीरिक संबंध करने से जब किसी महिला को ब्लीडिंग नहीं होती, तो इसका मतलब यह है कि वह पहले ही किसी के साथ शारीरिक संबंध बना चुकी है। ऐसा नहीं है। दरअसल, ब्लीडिंग होना महिलाओं में उपस्थित हायमन झिल्ली के फटने से होता है। यह झिल्ली पहली बार शारीरिक संबंध बनाते वक्त नहीं फटती, बल्कि साइकिल चलाने, घुड़सवारी करने, खेलने-कूदने आदि से भी फट सकती है।

पीरियड्स के दौरान सेक्स करने से महिला प्रेगनेंट नहीं हो सकती

यह भी एक भ्रांति ही है। दरअसल, शुक्राणु शारीरिक संबंध बनाने के कई दिनों बाद तक जीवित रहते हैं। यदि आप पीरियड्स के दिनों में सेक्स करती हैं, तो भी गर्भ धारण करने की संभावना बनी रहती है। हां, इस दौरान शुक्राण थोड़े शिथिल जरूर होते हैं लेकिन इनकी उपस्थिति को अनदेखा नही किया जा सकता है।

चॉकलेट शारीरिक संबंध का मजा बढ़ाती है

ज्यादातर लोग ये सोचते हैं कि शारीरिक संबंध बनाने से पहले चॉकलेट खाने या दूध पीने से इसका मजा दोगुना बढ़ जाता है लेकिन यह गलतफहमी है। साइंटिफिक रूप से भी अब तक इस बात को साबित नहीं किया गया है।

शीघ्रपतन एक बीमारी है

ऐसा बिल्कुल नहीं होता। यह सिर्फ एक मिथ है। कुछ लोगों में अति उत्तेजना और डिप्रेशन के कारण भी शीघ्रपतन की समस्या हो सकती है। हालांकि, शीघ्रपतन कोई बीमारी नहीं है। मानसिक रूप से कमजोर लोगों में भी ऐसा होता है।

कंडोम से सुरक्षित कुछ नहीं

कंडोम आपको कई यौन संबंधित रोगों जैसे एचआईवी आदि से सुरक्षा प्रदान करता है। कुछ लोग एक ही कंडोम का धोकर दोबारा इस्तेमाल कर लेते हैं, ऐसा बिल्कुल न करें। एक बार शारीरिक संबंध बनाने के बाद आप तुरंत दोबारा कर रहे हैं तो 30 मिनट के अंदर कंडोम को बदल दें। एक बार इस्तेमाल करने के बाद यह ढीला हो जाता है, जिससे इसके फटने की संभावना बढ़ जाती है।

हस्तमैथुन नुकसानदायक

हस्तमैथुन करना बिलुक्ल भी हानिकारक नहीं है। यह मानसिक स्थिरता को बढ़ाता है, दिमाग को तरोताजा करता है और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।

दिन में कितनी बार बनाएं शारीरिक संबंध

सबसे पहली बात तो यह है कि यह एक प्राकृतिक जरूरत है। यह दिन में कितनी बार किया जाना और कितनी बार नहीं, पति पत्नी की आपसी जरूरत पर निर्भर करता है। कपल जब भी एक-दूसरे के लिए इस फीलिंग को महसूस करें, उन्हें सेक्स करना चाहिए और यदि दोनों में से किसी एक का भी मन न हो, तो इंतज़ार करना सही रहता है।