शुक्रवार को भारत समेत कई देशों में रैनसमवेयर मालवेयर से कुछ घंटों में लाखों साइबर हमले किए गए थे। चेतावनी के बाद कंपनियों और संस्थानों में हड़कंप है कि कहीं सोमवार को कंप्यूटरों को खोलने पर फिर से रैनसमवेयर का हमला न हो जाए। इसके चलते कार फैक्ट्रियों, अस्पतालों आदि के टेक्निकल स्टाफ रविवार को इन्फेक्टेड कंप्यूटरों को रीस्टोर करने और उसे सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर जुट गए हैं।
‘हम किसी दूसरे वायरस को नहीं रोक पाएंगे’ वा यरस को रोकने के लिए एक डोमेन का रजिस्ट्रेशन कराने के बाद मालवेयर टेक का आकस्मिक हीरो के तौर पर स्वागत किया गया है। हालांकि वह पहचान नहीं बताना चाहता। 22 वर्षीय युवक ने कहा कि अभी हमने इसे रोक दिया है, लेकिन किसी दूसरा मालवेयर को हम नहीं रोक पाएंगे।
ऐसे करें बचाव एंटी रैनसमवेयर सॉफ्टवेयर इंस्टाल करें। विन्डो ऑपरेटिंग सिस्टम की सर्वर मैसेज ब्लॉक सेवा और एमएस ऑफिस में माइक्रो फंक्शन डिसेबल करें। फायरवॉल से यूडीपी पार्ट 137,138 तथा टीसीपी पार्ट 139, 445 डिसेबल करें।
भारत के 70 फीसदी एटीएम खतरे में! भारत में करीब 70 फीसदी एटीएम में आउटडेटेड विंडोज एक्सपी हैं। जिसका पूरा नियंत्रण उन वेंडर्स पर होता है, जो बैंकों को ये सिस्टम देते हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने पहले ही विंडोज एक्सपी को सपोर्ट करना बंद कर दिया है। 2014 से सिक्योरिटी पैच और अन्य टूल्स भी नहीं मिलते। हालांकि साइबर हमले के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज एक्सपी के लिए कुछ अपडेट्स रिलीज किए।