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Middle Income Trap: अमेरिका दुनिया की सबसे मजबूत और ताकतवर शक्ति है। उसकी शक्ति सिर्फ रक्षा क्षेत्र से ही नहीं बल्कि अर्थव्यवस्था से भी आती है। इसलिए अमेरिका को दुनिया का सुपरपॉवर कहते हैं। हालांकि कई देश कुछ सालों में अमेरिका को पछाड़ने की बात कहते हैं। लेकिन वो ऐसा कर पाते हैं कि उसे दिखाते हुए वर्ल्ड बैंक (World Bank) की एक रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में ये दिखाया गया है कि अमेरिका को पछाड़ने की बात जो ये देश करते हैं वो पूरा हो भी पाता है या नहीं।
वर्ल्ड बैंक की इस रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका का जितनी GDP per Capita है उसके बराबर पहुंचने के लिए इन देशों को काफी साल लगेंगे। अमेरिका के एक शख्स की औसत सैलरी करीब 37 हजार डॉलर है। जबकि अमेरिका के मुकाबले चीन भारत जैसे देशों की प्रति व्यक्ति आय काफी कम है। भारत की प्रति व्यक्ति आय 2200 डॉलर है। यानी कम से कम 16 गुना कम। वहीं चीन की प्रति व्यक्ति आय 21 हजार डॉलर है।
वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट ‘विश्व विकास की रिपोर्ट 2024- मध्यम आय जाल’ के मुताबिक आज अमेरिका की जितनी प्रति व्यक्ति आय है उसका एक चौथाई यानी 25 फीसदी भी पाने के लिए भारत को अभी करीब 75 साल लगेंगे वहीं चीन को ये टारगेट पाने के लिए 10 साल का इंतजार करना होगा। अमेरिका की औसत प्रति व्यक्ति आय के बराबर भारत में अभी सिर्फ 6 फीसदी लोग ही कमाते हैं। और तो और इंडोनेशिया जैसे देश को अमेरिका की बराबरी करने के लिए 70 साल लगेंगे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले 50 सालों के एनालिसिस से पता चला है कि ये ‘मिडिल क्लास देश’ देश आमतौर पर इस जाल में फंस जाते हैं जब वो अमेरिका के GDP per capita के 10 प्रतिशत या विश्व बैंक के मिडिल इनकम वाले देशों की सीमा के बीच पहुंचते हैं। जो आज की तारीख में करीब 8 हजार डॉलर है। साल 2023 के आखिरी तक दुनिया की 75 प्रतिशत आबादी वाले कुल 108 देशों को 'मध्यम-आय' की कैटेगरी में रखा गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि उनमें से हर देश की प्रति व्यक्ति वार्षिक जीडीपी 1136-13845 डॉलर के बीच थी।
Updated on:
04 Aug 2024 04:21 pm
Published on:
04 Aug 2024 04:19 pm
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