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ट्विटर ने बंद किए आतंक का प्रचार कर रहे ढाई लाख से अधिक संदिग्ध अकाउंट

आतंकवाद ने पिछले कुछ सालों में सोशल मीडिया को अपना हथियार बना लिया है। आतंक के आका अपना नेटवर्क बढ़ाने के लिए फेसबुक से लेकर ट्विटर तक का उपयोग कर रहे हैं।

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kamlesh sharma

Aug 20, 2016

twitter

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आतंकवाद ने पिछले कुछ सालों में सोशल मीडिया को अपना हथियार बना लिया है। आतंक के आका अपना नेटवर्क बढ़ाने के लिए फेसबुक से लेकर ट्विटर तक का उपयोग कर रहे हैं। इसी के चलते ट्विटर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लाखों संदिग्ध ट्विटर अकाउंट बंद कर दिए हैं। ट्विटर के अधिकारियों ने आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि की है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया साइट ट्विटर ने आतंक के खिलाफ इस वर्चुअल वल्र्ड में बड़ी कार्रवाई की है। ट्विटर ने पिछले 6 महीनों में लगभग ढाई लाख संदिग्ध ट्विटर अकाउंट्स पर नकेल कसी है। दरअसल ट्विटर ने इन अकाउंट्स के कंटेंट पॉलिसी के खिलाफ होने की बात कहते हुए इन्हें बंद कर दिया है।

स्पैम फाइटिंग टेक्नोलॉजी का सहारा

ट्विटर अधिकारियों के मुताबिक, यह सभी वे अकाउंट्स थे जिनपर किसी न किसी तरह से आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले ट्वीट किए जाते थे। वहीं इनपर भड़काऊ तस्वीरें, वीडियो और आतंकवाद से जुड़ी खबरों को भी बढ़ावा दिया जाता था। ट्विटर अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने 'स्पैम फाइटिंग टेक्नोलॉजी' की मदद से आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहें इन अकाउंट्स की पहचान की। जिसके बाद इन अकाउंट्स को ट्रेस कर डिएक्टिवेट कर दिया गया। गौरतलब है कि आतंक के खिलाफ सोशल मीडिया साइट ट्विटर ने पिछले साल भी तकरीबन सवा लाख अकाउंट्स को बैन किया था।

एक दिन में एक लाख विवादित ट्वीट

ट्विटर के मुताबिक, आतंक की इस लड़ाई में उनका काम अभी खत्म नहीं हुआ है। पुलिस विभाग के एक बड़े अधिकारी ने दावा किया कि ट्विटर पर सक्रिय आतंकी एक दिन में एक लाख से भी ज्यादा ट्वीट कर लोगों का ध्यान आतंकवाद की ओर खींचते हैं। पिछले कुछ सालों में आतंकी संगठन आईएस ने ट्विटर का इस्तेमाल किया है।

आईएस ट्विटर के जरिए लोगों को अपने संगठन में शामिल होने के लिए प्रेरित करता है। इस साल तीन ब्रिटिश लड़कियां भी ट्विटर के ही जरिए आईएस समर्थकों के संपर्क में आई थीं। जिसके बाद वह तीनों लड़कियां सीरिया चली गई थी।

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