बोदला-सिकंदरा रोड स्थित अन्ना आईकॉन कॉम्पलेक्स के सामने 25 वर्ष से झुग्गी झोपड़ी में जीवन यापन कर रहे हैं। सरकार की गरीबों को आवास देने की तमाम योजनाएं चल रही हैं, लेकिन ये लोग इन झुग्गी झोपड़ियों के अलावा, पक्के मकान में देखने का सिर्फ सपना ही देख रहे हैं। न तो इन्हें किसी सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है, नाहीं सस्ते दामों पर राशन मिल पाता है। कहते हैं कि नदियों के इस देश में पानी तो कम से कम फ्री में मिल जाता है, लेकिन ये लोग दैनिक प्रयोग के लिए पानी भी खरीदकर पीते हैं। इन्हें अंदाजा भी नहीं है कि गरीबों के लिए सरकार की क्या योजनाएं चल रही हैं। पत्रिका टीम ने जब इनसे बात की, तो उन्होंने बताया कि 25 वर्ष में उनके पास न तो कोई सरकारी अधिकारी आया और नाहीं कोई जनप्रतिनिधि।