
Ahmedabad. एक करोड़ में से किसी एक बालक को होने वाली लिवर कैंसर की दुर्लभ बीमारी (एम्ब्रायोनल सरकोमा) से जूझ रहे एक पांच साल के बालक की सफल सर्जरी हुई है। ये बालक अभी स्वस्थ है।
अहमदाबाद मनपा संचालित सरदार वल्लभभाई पटेल (एसवीपी) हॉस्पिटल में हाल में इस बालक के कैंसर का ऑपरेशन हुआ। अस्पताल की ओर से दी गई जानकारी के तहत गुजरात कैंसर एंड रिसर्च सेंटर से कैंसरग्रस्त तीन बच्चों को सर्जरी के लिए एसवीपी अस्पताल के बाल सर्जरी विभाग में भेजा गया था। इन सभी की पहले कीमोथैरेपी की गई थी। उसके बाद ऑपरेशन किया गया।
एक तो सबसे छोटी केवल 8 महीने की ही बच्ची थी। उसके लिवर में कैंसर था। ऐसे में लिवर के कैंसरग्रस्त दाएं हिस्से को सर्जरी के जरिए हटा दिया गया। अभी उसकी स्थिति में काफी सुधार है।एसपीवी अस्पताल के बाल रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुधीर चंदना, डॉ. उर्विश पारिख और डॉ. रामेंद्र शुक्ला व उनकी टीम ने इस 8 महीने की बच्ची के अलावा पांच साल के कैंसरग्रस्त बालक के दुर्लभ प्रकार के कैंसर की भी सर्जरी की। जो एक करोड़ में से किसी एक बालक को होता है। इसके अलावा एक 12 साल के बालक का भी सफल ऑपरेशन किया गया।
अस्पताल के तहत 12 वर्षीय बालक का चार साल पहले कैंसर का ऑपरेशन किया गया था। उसकी कैंसर की गांठ को निकाला गया था। लेकिन चार साल बाद उसे फिर से कैंसर हो गया। ऐसे में उसकी री-डू सर्जरी की गई। यह सर्जरी काफी खतरों से भरी होती है, उसके बावजूद अस्पताल में इसे सफलता पूर्वक किया गया।
एसवीपी अस्पताल में इस वर्ष जुलाई महीने तक 7 बच्चों की कैंसर की सफल सर्जरी की जा चुकी है। इसमें से हाल ही में की गई तीन बच्चों की सर्जरी को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) यानि आयुष्मान कार्ड पर मुफ्त में किया गया। अमूमन निजी अस्पताल में इस सर्जरी में चार से पांच लाख तक का खर्च आता है। चिकित्सकों का कहना है कि बच्चों में देखने को मिलने वाला लिवर का कैंसर यानि हेपाटोब्लास्टोमा दुर्लभ होता है। समय से उपचार हो तो बच्चे सामान्य जीवन जी सकते हैं।
Published on:
21 Jul 2025 10:13 pm
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