जानकारी के अनुसार सुरेन्द्रनगर के पाटडी तहसील के धामा गांव की कंकुबेन पानवेचा और उमंग ठक्कर के बीच प्रेम संबंध था। कंकुबेन शादीशुदा थी और उसकी बेटी सोनल (17 वर्ष) को माता की इस प्रेम कहानी के बारे में पता था। माता और प्रेमी ने जब घर से भाग जाने की योजना बनाई तो बेटी सोनल राह का कांटा बन गई और पिता को बता देने की धमकी दी। इस पर कंकु ने सोनल को रास्ते से हटाने की योजना बनाते हुए 11 जुलाई, 2018 को सोनल को लेकर अपने प्रेमी उमंग ठक्कर के घर पहुंची। घर के अंदर कमरे में जाकर माता ने बेटी सोनल को पकड़े रखा इस बीच प्रेम में पागल बना उमंगे ने चाकू से कई वार कर सोनल को लहू-लुहान कर दिया। इसके बाद कंकु अपने घर चली गई।
चंद घंटे में उमंग गिरफ्तार
जबकि पुलिस ने घटना की सूचना मिलते ही चंद घड़ी में ही आरोपी प्रेमी उमंग ठक्कर को गिरफ्तार कर लिया। बाद में माता को भी गिरफ्तार कर लिया। मामले में उमंग ठक्कर की माता ने बयान दिया कि घटना के दिन सुबह साढ़े 10 बजे वह और उसका बेटा उमंग घर में अकेले थे। इसी दौरान कंकुबेन ठाकोर अपनी बेटी सोनल के साथ उसके घर आई और अंदर के कमरे में चली गई। थोड़ी देर में उमंग और कंकु बाहर आ कर कहीं चले गए। वह अंदर कमरे में गई तो वहां सोनल का लहु-लूहान शरीर पड़ा हुआ था। इसके बाद उसने अपने पति ललित और ग्रामीणों को सूचना दी। बाद में पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर दोनों आरोपियों मृतका सोनल की माता और उसके प्रेमी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच की। कोर्ट में केस चलने पर ध्रांगध्रा कोट ने माता और उसके प्रेमी उमंग को कसूरवार ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई है।
जबकि पुलिस ने घटना की सूचना मिलते ही चंद घड़ी में ही आरोपी प्रेमी उमंग ठक्कर को गिरफ्तार कर लिया। बाद में माता को भी गिरफ्तार कर लिया। मामले में उमंग ठक्कर की माता ने बयान दिया कि घटना के दिन सुबह साढ़े 10 बजे वह और उसका बेटा उमंग घर में अकेले थे। इसी दौरान कंकुबेन ठाकोर अपनी बेटी सोनल के साथ उसके घर आई और अंदर के कमरे में चली गई। थोड़ी देर में उमंग और कंकु बाहर आ कर कहीं चले गए। वह अंदर कमरे में गई तो वहां सोनल का लहु-लूहान शरीर पड़ा हुआ था। इसके बाद उसने अपने पति ललित और ग्रामीणों को सूचना दी। बाद में पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर दोनों आरोपियों मृतका सोनल की माता और उसके प्रेमी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच की। कोर्ट में केस चलने पर ध्रांगध्रा कोट ने माता और उसके प्रेमी उमंग को कसूरवार ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई है।