झाला के जन्मदिन पर पहुंचे लोगों से कराया निवेश
सीआईडी क्राइम गांधीनगर थाने में खेड़ा जिले की कपड़वंज तहसील के धंउआ गांव निवासी कमलेश चौहान (33) ने भूपेंद्र झाला, मयूर दर्जी और उसके साथियों के विरुद्ध ऊंचे ब्याज का झांसा देकर ठगी करने का आरोप लगाया है। कमलेश को उसका मित्र अनिल रोहित 12 जून 2024 को मैत्री फाउंडेशन के प्रमुख भूपेंद्रसिंह झाला की साबरकांठा जिले की हिम्मतनगर तहसील के बेरणा स्थित बीजेड कैंपस में हुई जन्मदिन पार्टी में ले गया था। अनिल मैत्री फाउंडेशन में कोषाध्यक्ष है। वहां पार्टी में पहुंचने पर लोगों ने झाला को सोने की पगड़ी पहनाई थी। वहां मयूर दर्जी ने कमलेश को बीजेड फायनेंशियल सर्विस की स्कीम में निवेश के लिए प्रेरित किया। निवेश की गई राशि पर हर महीने तीन प्रतिशत ब्याज, एफडी पर साल में 48 फीसदी, दो साल में 120 फीसदी ब्याज मिलेगा। अन्य व्यक्ति से निवेश कराने पर एक फीसदी और उसके नीचे कोई निवेश करता है तो 0.25 फीसदी कमीशन की बात कही। कमलेश ने 17 जून को 10 हजार का निवेश किया था, जिसके तीन फीसदी ब्याज के रूप में 300 रुपए उसके बैंक खाते में जमा हुए थे। उनकी तरह मिनेष प्रजापति से भी दो लाख का निवेश कराया था। उन्होंने बाद में रुपए मांगे तो नहीं लौटाए। एग्रीमेंट करने की बात कही थी वह एग्रीमेंट भी नहीं किया था।
अरवल्ली में 3 सहयोगी कंपनियां खोल 50 करोड़ की वसूली
बीजेड फायनेंशियल सर्विस के सीईओ भूपेंद्र सिंह झाला की कंपनी के अधीन तीन और कंपनियां अरवल्ली जिले में चल रही थीं। इनमें आर.के.एंटरप्राइज मोडासा के गणेशपुरा में सीईओ हरपाल सिंह झाला की ओर से, हरिसिद्धि फायनेंशियल सर्विस, मोडासा के मेघरज रोड पर सीईओ अजय सिंह परमार की ओर से चलाई जा रही थी। मेघरज रोड पर ही के के एंटरप्राइज चल रही थी। ये कंंपनी भी आरबीआई या अन्य संस्था की मंजूरी के बिना लोगों को प्रति माह निवेश पर पांच से 30 फीसदी ब्याज का झांसा देकर लोगों से निवेश करा रही थीं। इनकी ओर से 50 करोड़ का निवेश कराए जाने का पता चला है। सीआईडी क्राइम के पीआई जे वी राठौड़ ने शिकायतकर्ता बनते हुए एफआईआर दर्ज कराई है।
बनासकांठा में श्रीमाली ने 12 लोगों से 39 लाख वसूले, एफआईआर दर्ज
सीआईडी क्राइम के तहत जांच में पता चला कि बनासकांठा जिले के पालनपुर शहर में नाव स्टार्टवे टेक इंडिया मैनेजमेंट कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से निरंजन श्रीमाली कंपनी चला रहा था। आरबीआई से मंजूरी लिए बिना इसने प्रति माह पांच से 18 फीसदी तक का ब्याज का झांसा देकर 12 से लोगों से 39 लाख रुपए वसूल लिए और फिर नहीं लौटाकर ठगी की है। सीआईडी क्राइम के पीआई जी आर भरवाड़ ने सरकार की ओर से शिकायतकर्ता बनते हुए एफआईआर दर्ज की है।