उन्होंने कहा कि धोलेरा को औद्योगिक सिटी के तौर पर विकसित करने के साथ-साथ ग्रीन फिल्ड इंडस्ट्रीयल सिटी बनाने की भी प्रक्रिया सरकार ने प्रारंभ की है। 920 वर्ग किलोमीटर में विकसित होने वाला धोलेरा सर सबसे बड़ा ग्रीन फिल्ड इंडस्ट्रीयल इन्वेस्टमेन्ट रिजन एंड इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल के द्वारा प्लेटिनम रेटिंग हासिल करने वाला भारत का पहला ग्रीनफिल्ड इंडस्ट्रीयल स्मार्ट सिटी है, जो सिंगापुर जैसे देश के विकसित क्षेत्र से भी बड़ा है।
उन्होंने आर्थिक और सामाजिक तौर पर संतुलित ऐसे विश्वस्तरीय, अत्याधुनिक बुनियादी सुविधा वाले सिटी के आयोजन और विकास के लिए धोलेरा स्पेशल इन्वेस्टमेन्ट रिजन डवलपमेन्ट ऑथोरिटी का गठन किया गया है। यह ऑथोरिटी टाइटल क्लीयरंस के साथ जमीन, पर्यावरण क्लीयरंस, प्लग एंड प्ले फेसिलिटी, सबसे कम बिजली दर, कनेक्टीविटी जैसी समयानुकूलित सुविधाएं भी यहां उपलब्ध कराई जा रही हैं।
धोलेरा सर से साढ़े तीन सौ किलोमीटर व्यास में अहमदाबाद शहर, पीपावाव पोर्ट, कंडला बंदरगाह, मुन्द्रा बंदरगाह, निर्माणाधीन भावनगर सीएनजी पोर्ट और धोलेरा सर को सीमलेस लोजिस्टिक एंड सप्लाय चेन उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने धोलेरा इन्टरनेशनल एयरपोर्ट के लिए कार्य प्रारंभ कर दिया है।
इस मौके पर कुटीर उद्योग राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने धोलेरा में विकसित हो रहे विश्वस्तरीय ढांचागत सुविधाएं, जिसमें 32 किलोमीटर की फोरलेन आंतरिक सड़क, 150 एमएलडी जलआपूर्ति जैसी सुविधाओं को जानकारी दी। पूर्व शिक्षामंत्री भूपेन्द्रसिंह चूड़ास्मा भी धोलेरा के विकास पर अपने विचार व्यक्त किए।
गृह एवं उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव गुप्ता ने इस प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री ड्रीम प्रोजेक्ट बताया और कहा कि प्रोजेक्ट को पूर्ण करने को लेकर कटिबद्धता जताई।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरित शुक्ला ने धोलेरा सर को लेकर प्रजेन्टेशन देते कहा कि आजादी के बाद जितना विकास धोलेरा का हुआ है उतना किसी शहर का विकास नहीं हुआ। उन्होंने धोलेरा में विभिन्न विकास कार्यों को जानकारी दी। इस मौके पर विधायक बाबूभाई पटेल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, अहमदाबाद जिला कलक्टर संदीप सांगले, जिला विकास अधिकारी अनिल धामेलिया समेत उद्यमी और पदाधिकारी उपस्थित थे।