अहमदाबाद

ड्रोन भर रहे ऊंची उड़ान, 1 साल में 10 गुना हुई संख्या

number of Drones increase in india, within 1 year reached 5335 -रॉकेट की गति से बढ़ रहे ड्रोन, सरकार दे रही सर्वाधिक व्यापार-सुरक्षा के साथ कृषि, माल पहुंचाने के लिए भी हो रहा उपयोग-नागरिक उड्ड्यन मंत्रालय ने निर्बाध सुविधा के लिए बनाई नीति

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ड्रोन भर रहे ऊंची उड़ान, 1 साल में 10 गुना हुई संख्या

नगेन्द्र सिंह

Ahmedabad. देश में विमान और विमानों में सफल करने वाले यात्रियों की संख्या ही नहीं बढ़ रही बल्कि मानव रहित विमान (ड्रोन) की संख्या भी बढ़ रही है। बीते एक साल में तो इसमें रॉकेट की गति से इजाफा हुआ है। महज सालभर में ड्रोन की संख्या बढक़र 10 गुना हो गई है। देश में ड्रोन का उपयोग सुरक्षा एजेंसियां तो आसमान से नजर रखने के लिए कर ही रहीं हैं। निजी कंपनियां भी फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी और वस्तुओं को इधर से उधर पहुंचाने, फसलों में दवाईयों के छिडक़ाव के लिए कर रही हैं।

नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री वी के सिंह की ओर से हाल ही में राज्यसभा में दी गई जानकारी में यह तथ्य सामने आए हैं। राज्यसभा सांसद अमीबेन याज्ञिक की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने यह तथ्य पेश किए।

देश में 2021 में पंजीकृत ड्रोन की संख्या 502 थी, जबकि 2022 में यह संख्या 4833 बढ़ी। 19 दिसंबर 2022 की स्थिति में देश में 5335 ड्रोन हैं।

बढ़ती ड्रोन की संख्या और उपयोग को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ड्रोन यातायात प्रबंधन प्रणाली को भी शुरू किया है। इसके तहत मंत्रालय ने 24 अक्टूबर 2021 को राष्ट्रीय मानवरहित वायुयान प्रणाली यातायात प्रबंधन नीतिगत ढांचा (यूटीएम पोलिसी फ्रेमवर्क) जारी किया है। जिसमें मानव रहित विमानों (ड्रोन) के जरिए माल के सुरक्षित और निर्बाध परिवहन की सुविधा सुनिश्चित की गई है। हर ड्रोन को एक विशेष पहचान संख्या (यूएनआई) के तहत पंजीकृत किया जा रहा है। जिससे उसका पता लगाया जा सके।

ड्रोन हवाई क्षेत्र नक्शा जारी, ग्रीन जोन में छूट

मंत्रालय ने 24 सितंबर 2021 को डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म पर ड्रोन के हवाई क्षेत्र का नक्शा भी प्रकाशित किया है। इस नक्शे में पूरे देश के हवाई क्षेत्र को लाल, पीले और हरे क्षेत्र में दर्शाया है। लाल और पीले रंग के क्षेत्र में ड्रोन को उड़ाने के लिए केन्द्र सरकार और संबंधित हवाई यातायात क्षेत्र नियंत्रण प्राधिकरण की पूर्व मंजूरी जरूरी है। ग्रीन जोन में 400 मीटर की ऊंचाई तक ड्रोन को उड़ाने के लिए कोई स्वीकृति की मंजूरी नहीं चाहिए। यूटीएम पॉलिसी फ्रेमवर्क में परिवर्तन होते रहते हैं।

2021 में महाराष्ट्र में थे सर्वाधिक ड्रोन, 2022 में दिल्ली में

2021 में 502 में से सबसे ज्यादा 192 ड्रोन महाराष्ट्र में थे। फिर 70 दिल्ली में, 67 तेलंगाना में, 34 कर्नाटक में, 33 गुजरात में थे। 2022 में सर्वाधिक 1193 नए ड्रोन दिल्ली में पंजीकृत हुए। फिर हरियाणा में 829 । कर्नाटक में 636 पंजीकृत हुए। महाराष्ट्र में 477 , तमिलनाडु में 328 पंजीकृत हुए। गुजरात में 138 नए ड्रोन जुड़े।

सर्वाधिक ड्रोन वाले टॉप-10 राज्य
राज्य - ड्रोन संख्या
दिल्ली- 1263
हरियाणा-842
कर्नाटक-670
महाराष्ट्र-669
तमिलनाडु-338
तेलंगाना-332
केरल-234
गुजरात-171
उत्तरप्रदेश-122
पश्चिम बंगाल-112
(स्त्रोत: राज्यसभा में पेश आंकड़े)

बेहतर अवसर, जागरुकता, सरकार का सपोर्ट वजह

देश में ड्रोन संख्या में बड़ी वृद्धि की वजह इस क्षेत्र में रोजगार के बेहतर अवसर हैं। लोगों में जागरुकता भी आ रही है। सरकार भी इसको लेकर काफी सपोर्ट कर रही है। पंजीकरण प्रक्रिया सरल कर दी है। 55-60 फीसदी ड्रोन कारोबार सरकार के जरिए मिल रहा है। देश में कई जगहों पर ड्रोन पायलट कोर्स शुरू हो रहे हैं। ड्रोन व उसके कलपुर्जे बनाने वालों को सरकार पीएलआई के तहत रियायत दे रही है।

-निखिल मेठिया, सदस्य, बोर्ड ऑफ स्टडी, स्कूल ऑफ ड्रोन, कौशल्या विवि, अहमदाबाद

Published on:
25 Dec 2022 10:38 pm
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