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‘कृषि व किसानों के विकास में योगदान दें वैज्ञानिक’

दांतीवाड़ा कृषि विवि में आयोजित प्राकृतिक खेती पर राष्ट्रीय संगोष्ठी में बोले राज्यपाल

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‘कृषि व किसानों के विकास में योगदान दें वैज्ञानिक’

‘कृषि व किसानों के विकास में योगदान दें वैज्ञानिक’

पालनपुर. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कृषि वैज्ञानिकों से अपील करते हुए कहा कि शोध से कृषि व किसानों के सर्वांगीण विकास के लिए योगदान दें। वे बनासकांठा जिले के दांतीवाड़ा स्थित सरदार कृषि नगर दांतीवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय
संगोष्ठी का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे।
नेचुरल फार्मिंग ऑन सस्टेनेबल एग्रीकल्चर एंड नेशनल प्रोस्पेरिटी विषय पर आयोजित संगोष्ठी में उन्होंने कहा कि किसानों व खेती की समृद्धि के लिए रासायनिक खेती से मुक्त होकर किसानों को प्राकृतिक कृषि अपनाना समय की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि जंगलों में रासायनिक खाद, जंतुनाशक का उपयोग नहीं होने के बावजूद जंगल के वृक्ष व वनस्पति की वृद्धि व विकास होता है, इसी प्राकृतिक नियम से खेत में खेती करना ही प्राकृतिक कृषि है। अक्षय कृषि परिवार के अध्यक्ष डॉ. गजानन डांग ने प्राकृतिक कृषि का प्रचार-प्रसार कर आगे बढऩे पर जोर दिया।

34 एकड़ जमीन पर प्राकृतिक खेती

विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर.एम. चौहाण ने स्वागत भाषण में कहा कि विश्वविद्यालय में 34 एकड़ जमीन पर प्राकृतिक खेती का प्रयोग शुरू किया गया है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय में प्राकृतिक खेती को पाठ्यक्रम में शामिल किया है।